समाज व देश में व्याप्त भ्रष्टाचार व कुरीतियों को दूर करने के लिए ही कवि सम्मेलन एवं काव्य संगोष्ठी का आयोजन किया जाता है कवियों के द्वारा रचित कविताएं समाज में जागरूकता पैदा करती हैं समाज को दिशा दिखाती है उक्त बातें हिंद की बेटी के नाम से जानी पहचानी जाने वाली कवित्री चंद्रमती चतुर्वेदी ने एक साक्षात्कार के दौरान कहीं। उन्होंने बताया कि वीर रस श्रृंगार रस एवं हास्य व्यंग्य की कविताओं के माध्यम से कवियों द्वारा रचित कविताएं आयोजित विभिन्न कवि सम्मेलन व संगोष्ठी के अवसर पर जहां जागरूकता पैदा करती हैं।
वहीं स्वस्थ सुंदर एवं स्वच्छ समाज की स्थापना के लिए कविताएं प्रेरणा स्रोत भी होती हैं कवित्री हिंद की बेटी चंद्रमती चतुर्वेदी ने बताया कि उनके द्वारा ग्रामीण अंचल से लेकर कई नगरों व महानगरों में आयोजित कवि सम्मेलन व संगोष्ठी में विभिन्न काव्य रचनाओं की प्रस्तुति की जा चुकी है समाज के जागरूक लोगों का आवाहन करते हुए कहा कि कवि संगोष्ठी का आयोजन समय-समय पर किए जाने से समाज में जागरूकता लाई जा सकती है उन्होंने अपनी कविता (सौगंध यह अखंड है, शौर्य यह प्रचंड है, आन है उन सूर की, हिंद के उन वीर की, जो कभी झुके नहीं, जो कभी रुके नहीं) जैसी विभिन्न कविताओं का उल्लेख भी किया।
रिपोर्ट- मनोज कुमार तिवारी
समाज में जागरूकता पैदा करने का माध्यम होती है कविता:–सुप्रसिद्ध कवित्री चंद्रमती चतुर्वेदी
Click