सर्वपितृ अमावस्या पर श्रद्धालुओं ने लगाई गोरखगिरि परिक्रमा

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श्राद्ध पक्ष के अंतिम दिन सभी पितरों को किया नमन एवं हिंसा व अशांति से मुक्ति के लिए की प्रार्थना
महोबा , पितृ पक्ष के अंतिम दिन सर्वपितृ अमावस्या पर आज श्रद्धालुओं ने गोरखगिरि पर्वत की परिक्रमा लगाई एवं सभी पितरों को नमन किया। साथ ही विश्व में तेजी से बढ़ रही हिंसा व अशांति पर रोक लगाने के लिए देवी-देवताओं से प्रार्थना की। गोरखगिरि परिक्रमा की अगुवाई कर रहे बुंदेली समाज के संयोजक तारा पाटकर बुंदेलखंडी ने बताया कि ऐसी मान्यता है कि सर्वपितृ अमावस्या को सभी पितर पृथ्वी पर आते हैं और अपने प्रियजनों को देखते हैं। इसीलिए आज उनको नमन कर दान पुण्य करने का विशेष महत्व है। तीर्थों की परिक्रमा व पूजा पाठ विशेष फलदायी होते है।सर्वपितृ अमावस्या को महालया अमावस्या भी कहते हैं।

श्री पाटकर ने बताया कि गोरखगिरि परिक्रमा सुबह शिव तांडव मंदिर से प्रारंभ हुई और महावीरन, पठवा के हनुमान जी, कबीर आश्रम, सकरे सन्या, काली माता, शनिदेव, राम कृष्ण, छोटी चंडिका, गोरखेश्वर महादेव, नागौरिया, बालाजी हनुमान व काल भैरव मंदिर होते हुए वापस शिवतांडव पर संपन्न हुई। परिक्रमा में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रमुख दिलीप जैन, प्रवीण चौरसिया, अवधेश गुप्ता, प्रहलाद पुरवार, गया प्रसाद, सिद्धे, राम किशन सेन, नीरज पुरवार, अनीस वर्मा, गुल्लू, सत्येन्द्र गुप्ता,  अरविंद कोस्टा, गौरव शर्मा, भीष्म देव सेन, डा. देवेंद्र पुरवार, अजय, प्रेम चौरसिया, भगवान दास प्रजापति, गोमती व कुसमा देवी समेत तमाम श्रद्धालु मौजूद रहे।

रिपोर्ट – राकेश कुमार अग्रवाल

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