सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सामने आड़े तिरछे खड़े वाहनों से बढ़ी परेशानियां

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अस्पताल के मुख्य द्वार के सामने दर्जनों वाहन खड़े रहते हैं जिसके चलते इमरजेंसी सहित अन्य वार्डो में आने जाने वाले मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में आने वाले रोगियों के लिए रास्ते में खड़ी मोटरसाइकिलें व अन्य वाहन मुसीबत बने हुए हैं। लोग इस हालत को देख अस्पताल प्रशासन को कोसते हैं। अस्पताल के मुख्य द्वार के सामने दर्जनों मोटरसाइकिलें और दूसरे वाहन खड़े होना आम बात हो गई है लेकिन विभाग इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है। आड़े तिरछे वाहनों के खड़े होने से एम्बुलेंस खड़ी रही जब अस्पताल के कर्मचारी मनोज रावत ने अस्पताल के अन्दर जाकर कक्षों में आवाजे लगाई जब वाहन चालकों ने अपने अपने वाहन हटाये।

समझदारी नहीं दिखाते चालक
अस्पताल आए मरीजों का कहना है कि वाहन चालकों को भी समझदारी दिखानी चाहिए कि यह अस्पताल का मुख्य द्वार है। एमरजेंसी का भी यही मेन गेट है। एकाएक अगर कोई गंभीर मरीज आ जाता है तो भला वह कैसे अंदर जाए। जब तक इन वाहनों को हटाया जाए न जाने क्या हो जाए।

पार्किग का नहीं हो रहा प्रयोग
सालों पहले अस्पताल में वाहनों के लिए बनाई गई पार्किग को यहा आने वाले वाहन चालक प्रयोग नहीं करते। यह आम देखा जा सकता है कि पार्किग हमेशा खाली नजर आती है। पार्किग को लेकर भी कई लोगों ने बताया कि यह अस्पताल के परिसर वाले मेन गेट के समीप है।

पार्किंग का इस्तेमाल करें : सीएचओ
इस बारे में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिकित्साधीक्षक डॉ आशीष तिवारी  ने कहा कि वैसे तो अस्पताल के सामने वाहन नहीं खड़े होने दिए जाते फिर भी कोई वाहन अस्पताल के गेट पर खड़ा कर देता है तो उसे हटवा दिया जाता है। अस्पताल में अपने वाहन को लेकर आने वाले लोगों को पार्किग का इस्तेमाल करना चाहिए। पार्किग के लिए व्यवस्था की गई है। मरीजों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो इसके लिए हर संभव प्रयास किया जाता है।

रिपोर्ट – राकेश कुमार अग्रवाल

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