सीवर टैंक में रिपेयरिंग के लिए उतरे दो कर्मचारियों की दम घुटने से हुई मौत

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रायबरेली-सीवर टैंक की रिपेयरिंग करने के लिए उतरे दो सफाई कर्मचारी बेहोश हो गए। दोनों को बाहर निकालकर सरकारी अस्पताल भिजवाया गया। फिलहाल दोनों उपचाराधीन हैं।

आपको बताते चलें सदर कोतवाली क्षेत्र के मनिका रोड स्थित बड़ा घोसियाना में अमृत योजना के तहत सीवर लाइन बनाई गई थी।मंगलवार को रिपेयरिंग के लिए दो कर्मचारी बुलाए गए। इनमें से पहले एक लेबर को सीवर टैंक में उतारा गया। ऑक्सीजन लेवल कम होने की वजह से वह सीवर में ही बेहोश हो गया। अपने साथी को बचाने के लिए जैसे ही दूसरा सूपर वाइजर भी सीवर में उतरा, वह भी बेहोश हो गया।

काफी देर दोनों कर्मचारी जब बाहर नही निकले तो वहां मौजूद स्थानीय लोगो ने सीवर लाइन में झांका तो दोनों को बेहोश पाया जिसके बाद स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना फायर ब्रिगेड और पुलिस को दी सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड व पुलिस ने 2 घंटे बाद बड़ी मशक्कत करके दोनों युवकों को बेहोशी की हालत में बाहर निकाला और तत्काल एंबुलेंस से इलाज के लिए जिला अस्पताल रवाना कर दिया वही घटना की सूचना उच्चअधिकारियों में आग की तरह फैल गई सूचना मिलते ही जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव समेत एसडीएम, सदर ,सीओ सिटी ,अपर पुलिस अधीक्षक ,सिटी मजिस्ट्रेट नगर पालिका अध्यक्ष सहित अन्य उच्च अधिकारी व कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंच गए ,जिला अधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने काम करा रहे ठेकेदार को कड़ी फटकार लगाई सरकारी अस्पताल ले गए। दोनों कर्मचारियों की पहचान जोगेश निवासी राजा खेडा राजस्थान (लेबर)और संजू नागर निवासी वीरन्दावन मथुरा(सूपर वाइजर) के तौर पर की गई। सरकारी अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि दो व्यक्तियों को बेहोशी की हालत में यहां लाया गया था सीवर में ऑक्सीजन बहुत कम होने के कारण दोनों बेहोशी की हालत में लाए गए थे जहां दोनों युवकों का इलाज के दौरान मृत्यु हो गई । मृतक के साथी धर्मेंद्र की माने तो तोमर कांट्रेक्शन जो गाजियाबाद की कंपनी है घरपुरे कंस्ट्रक्शन कंपनी से कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रही थी पूरी घटना में बड़ी लापरवाही सामने आई है सबसे बड़ी विडंबना यह रही कि दोनों युवक में चले जाने के बाद स्थानीय लोगों ने आनन-फानन में संबंधित अधिकारियों को सूचना दिया लेकिन घंटों बाद उन्हें नहीं निकाला जा पाया

लापरवाही आई सामने

बिना सुरक्षा किट का इस्तेमाल कराए कंस्ट्रक्शन कंपनी ने सुपरवाइजर समेत एक लेबर को टैंक में भेज दिया था नतीजा सीवर टैंक में फैली जहरीली गैस से दोनों की मौत हो गई जिला प्रशासन द्वारा लगभग डेढ़ घंटे बाद उन्हें निकाला गया और अस्पताल भेजवाया गया लेकिन वहाँ डॉक्टरों ने उन्हें म्रत घोषित कर दिया गया।

अनुज मौर्य रिपोर्ट

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