अंगद राही
रायबरेली। मुखबीर से लगातार मिल रही अवैध नशे के कारोबारियों की सूचना को गम्भीरता से लेते हुए बछरावां पुलिस ने संदिग्ध वाहन सहित 12 किलो गांजा एवं 12 बोर के 2 देशी तमंचों के साथ चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। बछरावां थानाध्यक्ष पंकज तिवारी ने मादक पदार्थों के कारोबारियों को पकड़ने के लिए पुलिस टीम बनाकर लगातार दो पहिया वाहन एवं चार पहिया वाहन चेकिंग अभियान चलाया। जिसकी आहट अवैध कारोबारियों को नहीं हो सकी जो रूटीन चेकिंग समझ कर बछरावां थाना क्षेत्र से गुजर रहे थे कि अचानक थानाध्यक्ष के नेतृत्व में बनी टीम ने घेराबंदी कर चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके पास से 12 किलो गांजा एवं 2 अदत देशी तमंचा 12 बोर, 3 जिंदा कारतूस एवं 2 खाली खोखे ,मारुति कार सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। थानाध्यक्ष पंकज तिवारी ने बताया कि चार लोगों के विरुद्ध धारा आईपीसी 307, 504, 34 के साथ-साथ 3/25 आर्म्स एक्ट का मुकदमा दर्ज कर अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक , अपर पुलिस अधीक्षक एवं क्षेत्राधिकारी महराजगंज के कुशल निर्देशन में बछरावां थाना प्रभारी निरीक्षक पंकज तिवारी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने सघन चेकिंग अभियान चलाकर कन्नावा – थुलेडी मार्ग पर मारुति कार को रोकने का प्रयास किया जब अभियुक्त नहीं रुके तो पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान चार लोगों को गिरफ्तार किया। जिसमें दीपू सिंह पुत्र कृपाशंकर सिंह निवासी सिसबार कला जिला बलिया के पास से 3 पैकेट वजन 6 किलो गांजा एवं एक अदद 12 बोर तमंचा और 1 खोखा व 2 अदद जिंदा कारतूस, मोहम्मद अब्दुल्ला पुत्र इश्तियाक अहमद निवासी ग्राम बहेरी जनपद बलिया के पास से 1 पैकेट वजन 2 किलो गांजा, 12 बोर देशी तमंचा व 1 खोखा कारतूस एवं 1 जिंदा कारतूस, राजा सिंह उर्फ प्रशांत सिंह पुत्र ज्वाला सिंह निवासी तीखमपुर जनपद बलिया 1पैकेट गांजा वजन 2 किलो एवं 1 अदद कार और ऋषभ श्रीवास्तव पुत्र अरविंद श्रीवास्तव निवासी बहादुरपुर जनपद बलिया के पास से 1 पैकेट 2 किलो गांजा चारों अभियुक्तों के पास से बरामद किया गया है। अभियुक्तों को थानाध्यक्ष पंकज तिवारी ने हमराही देवी दयाल मौर्य, हेड कांस्टेबल आबिद अली ,भूपेंद्र सिंह, कांस्टेबल अरविंद यादव, कांस्टेबल मनोज सिंह, रविशंकर यादव, अनुज राठी ,महिला कांस्टेबल शालू शर्मा के साथ मिलकर पुलिस मुठभेड़ के दौरान अभियुक्तों को गिरफ्तार है। बताते हैं कि पूरे ऑपरेशन में हेड कांस्टेबल भूपेंद्र सिंह की मुस्तैदी एवं निगरानी काबिले तारीफ रही।