कौशाम्बी । पूर्वांचल की प्रमुख आराध्य देवी माँ शीतला मंदिर के भक्तो को उनके दर्शन पूजन में अभी और इन्तजार करना पड़ेगा. मंदिर प्रबंध समिति ने कोरोना के संभावित खतरे के चलते मंदिर बंद रखेने का फैसला किया है. प्रबंध समिति के अध्यक्ष का कहना है कि आषाढ़ मास में प्रतिवर्ष वृहद मेले का आयोजन होता है. जिसमे लाखो की संख्या में भक्त दर्शन पूजन करने आते है. मंदिर में पूजन की व्यवस्था शुरू होने से संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है.
गौरतलब है कि जनपद में कड़ा ब्लाक व कस्बे में गंगा तट पर 51 शक्ति पीठ में एक माना जाने वाला माँ शीतला का भव्य मंदिर स्थित है. माँ शीतला पूर्वांचल की सबसे आराध्य देवी मानी जाती है ऐसे में आषाढ़ माह में कड़ा धाम स्थित मंदिर में आषाढ़ मेले का आयोजन हर साल होता है.
कोरोना संकट के समय जब सरकार ने 08 जून से मंदिरों को नियम व शर्तों के साथ खोलने का एलान कर दिया है. ऐसे में पंडा समाज मंदिर प्रबध समिति ने मंदिर के कपाट बंद रखेने का निर्णय लिया है.
प्रबंध समिति के अध्यक्ष शारदा प्रसाद पंडा उर्फ भुक्खड़ पंडा ने बताया, माँ शीतला के भक्तों को वह उनसे दूर नही करना चाहते, लेकिन आषाढ़ मेले के स्थगन करने के चलते उन्हें बैठक कर मंदिर बंद रखने का निर्णय लेना पड़ा है. आषाढ़ मेले में लाखो की तादात में भक्त मां शीतला के दर्शन पूजन को आते है ऐसे में कोरोना संक्रमण काल मे सभी के लिए सेनेटाइजेशन का प्रबंध कर पाना बेहद कठिन कार्य है. ऐसे में 15 जून तक मंदिर के कपाट भक्तो के लिए बंद करने का निर्णय किया गया है.