रायबरेली। लॉकडाउन-4 में जिले के लोगों को बड़ी राहत मिलनी शुरू हो गई है। कोरोना से जंग के दौरान संक्रमण को रोकने के लिए निजी अस्पताल में रोकी गई इमरजेंसी सेवाओं को धीरे-धीरे बहाल किया जा रहा है। शहर के 21 नर्सिंगहोमों में आपातकालीन सेवाएं बहाल कर दी गई हैं। लॉकडाउन के दौरान मानकों को पूरा करने वाले मात्र पांच नर्सिंगहोमों में यह सेवाएं दी जा रही थी। इमरजेंसी सेवाएं बहाल होने से मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।
पिछले मार्च महीने से लॉकडाउन शुरू होने के बाद निजी और सरकारी अस्पतालों में ओपीडी को पूरी तरह से ठप कर दिया गया था। शहर के पांच नर्सिंगहोमों को इमरजेंसी सेवाएं देने के लिए अनुमति दी गई थी। अब शहर में 21 अस्पतालों को इमरजेंसी सेवाएं देने की छूट दे दी गई है।
शनिवार को एसीएमओ डॉ. खालिद रिजवान और रूपक श्रीवास्तव की टीम ने नर्सिंगहोमों में एन-95 मास्क, पीपीई किट, सैनिटाइजेशन, सोशल डिस्टेसिंग आदि की उपलब्धता की जांच करने के बाद नर्सिंगहोमों को इमरजेंसी सेवाएं शुरू कराने की अनुमति दी गई है। इससे मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलनी शुरू हो गई हैं।
इन नर्सिंगहोमों में आपातकालीन सेवाएं मिलनी शुरू
शहर के सिमहैंस हॉस्पिटल, गुरु प्रसाद अस्पताल, सिटी हॉस्पिटल, जेएन हॉस्पिटल, सत्यम हॉस्पिटल, शर्मा नर्सिंगहोम, अर्पण नर्सिंगहोम, निर्मल हॉस्पिटल, वेदांता नर्सिंगहोम, देव हॉस्पिटल, श्रीकृष्णा हॉस्पिटल, सुमित्रा हॉस्पिटल, वात्सल्य हॉस्पिटल, यशोदा नर्सिंगहोम, राज नर्सिंगहोम, सूर्या हॉस्पिटल, दीनदयाल अस्पताल, बीरेंद्र सिंह हॉस्पिटल, आर्यावर्त हॉस्पिटल और ओपी जायसवाल व आरके गुप्ता ऑर्थोपेडिक अस्पताल की इमरजेंसी सेवाएं बहाल की गई हैं।
शासन से मिले निर्देशों के बाद नर्सिंगहोमों में इमरजेंसी सेवाएं शुरू कराई गई है। तय मानकों को पूरा करने वाले 21 निजी अस्पतालों में आपातकालीन सेवाएं आरंभ कराई गई हैं। और नर्सिंगहोमों में मानकों की जांच के बाद अनुमति दी जाएगी।
-डॉ. संजय कुमार शर्मा, सीएमओ