बुंदेलखंड के किसानों के लिए नई आफत बन सकता है टिड्डी दल

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बाँदा में भी टिड्डी दल के आक्रमण का खतरा

●कृषि विभाग ने किसानों को किया सचेत, कहा खेत में दिखने पर कृषि विभाग, लेखपाल,पंचायत सचिव से करे संपर्क

बाँदा—बुंदेलखंड में टिड्डी दल के दस्तक देने की खबरों के बीच आज कृषि विभाग ने भी यहाँ के किसानों को सचेत रहने को कहा है । क्यों कि टिड्डी दल की बुंदेलखंड के झाँसी जिले में दस्तक देने की खबरे प्रकाश में आ रही है ।आपको बता दे कि ये टिड्डी दल राजस्थान,गुजरात के किसानों की फसलों को तबाह कर चुका है । टिड्डी दल करोङो की संख्या में होते है और यह कीड़ा दो से ढाई इंच लंबे कीट होते है जो किसी भी खेत की फसल को कुछ ही घंटों में चट कर जाते है ।

आपको बता दे कि बुंदेलखंड में टिड्डी दल के दस्तक की खबरे आ रही है ।इस टिड्डी दल की पहली बार भारत में आने की सूचना गुजरात के किसानों के खेतों के चट करने के बाद प्रकाश में आई थी, अब टिड्डी दल की दस्तक बुंदेलखंड के झाँसी में सुनने को मिल रही है । यह टिड्डी (कीड़ा) करोड़ो की संख्या में चलते है साथ ही ये दो ढाई इंच के लंबे कीड़े होते है जो कुछ ही घंटों में पूरी फसल ही चट कर जाते है इसकी बुंदेलखंड में दस्तक की जानकारी मिलने पर कृषि विभाग भी सचेत हो गया है और किसानों को कई बातों पर अमल करने के सुझाव दिए है । कृषि विभाग ने बताया कि यह कीड़ा टिड्डी सभी प्रकार के हरे पत्तों पर आक्रमण करता है टिड्डी कीड़े की खेत मे दस्तक होने पर आप अपने खेतों में आग जलाकर ,पटाखे फोड़ कर, थाली बजाकर ढोल नगाड़े बजाकर आवाज करें साथ ही कीटनाशक रसायनों जैसे क्लोरपीरिफॉस, साइपरमैथरीन, लिंडा इत्यादि कीटनाशकों का टिड्डी दल के ऊपर छिड़काव करें, यह टिड्डी दल शाम को 6 से 7 बजे के आसपास जमीन पर बैठ जाता है और फिर सुबह 8 -9 बजे के करीब उड़ान भरता है अतः इसी अवधि में इनके ऊपर कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव करके इनको मारा जा सकता है।

यदि आपके क्षेत्र में टिड्डी दल दिखाई देता है तो उपरोक्त उपाय को अपनाते हुए तत्काल अपने क्षेत्र के कृषि विभाग के कर्मचारी, लेखपाल, पंचायत सचिव से संपर्क कर सूचित करें ।

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