घुरवारा चौकी इंचार्ज की शिथिल रवैया के चलते बाजार में पैर रखने तक की जगह नहीं
रिपोर्ट – दुर्गेश सिंह
डलमऊ/ घुरवारा – एक तरफ गृह मंत्रालय ने यह साफ कर दिया था कि राज्य सरकारें लॉक डाउन को प्रभावी तौर पर लागू करवाएं लेकिन अफसोस सोशल डिस्टेंसिंग की तो धज्जियां उड़ रही हैं और लॉक डाउन का कोई अता पता नहीं। तस्वीरें लेकर आए हैं जिनमें स्पष्ट है की स्थिति कितनी भयावह है डलमऊ कोतवाली क्षेत्र के घुरवारा बाजार जहां पर चंद कदम दूर स्थानीय पुलिस चौकी भी है लेकिन लापरवाह हो चुके चौकी इंचार्ज जरा सी भी जहमत नहीं उठाई कि बाजार लग रही है और वहां पर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं और वह कष्ट करके लोगों और दुकानों को व्यवस्थित तरीके से खुलवाएं।तस्वीरों में साफ जाहिर हो गया है अगर ऐसी तस्वीर एक जगह की निकल कर आई है तो रायबरेली के अलग-अलग जगहों की तस्वीरें कैसी होंगी! इससे भयावह स्थिति का अंदाजा आप आसानी से लगा सकते हैं। जिला प्रशासन को भी चाहिए कि स्थितियों का आकलन कर सख्ती बरते, जब एक और बाहर से मजदूर पलायन करके अपने गांव में पहुंच रहे हैं तो खतरा और भी ज्यादा बढ़ गया है। घुरवारा बाजार से ही लगभग 7 किलोमीटर दूर कुरौली दमा गांव पड़ता है जो हॉटस्पॉट है लेकिन सीओ डलमऊ, कोतवाल डलमऊ, चौकी इंचार्ज घुरवारा को स्थितियां खतरनाक दिखती नहीं। यहां तक कि सीओ साहब भी जहमत नहीं उठाते की खुल रही बाजारों पर गिद्ध दृष्टि गड़ाए। अगर असफलताओं का पिटारा ऐसे ही खुलता रहा तो स्थितियां और भी दुर्गम हो जाएंगी लॉक डाउन का मजाक लोग बना कर रख देंगे प्रशासन को भी असफलताओं का सामना करना पड़ सकता है।निकल कर आई तस्वीरें खतरनाक इसलिए भी हैं क्योंकि बाजार आए और दुकानदार ना तो फेस मास्क लगाकर रखते हैं और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग कायम करते हैं। लोग सब्जियों को हाथ लगा रहे हैं यह सभी चीजें डरावनी हैं समय रहते अगर प्रशासन हरकत में नहीं आया तो स्थिति बेलगाम हो सकती है।