मौदहा (हमीरपुर) । गर्मी आते ही पानी की समस्या उत्पन्न होना तोआम बात हो गई हैं। विकासखंड के बड़ी आबादी वाले करहिया गांव के ग्रामीण पानी पीने के लिए पास से निकली पाइपलाइन में गड्ढा खोदकर पानी निकाल कर अपने परिवार की प्यास बुझाते है।बताते चलें विकासखंड के ग्राम में करहिया जल निगम के दो नलकूप है एक पानी की टंकी है फिर भी लगभग 20 पर्सेंट आबादी बूंद बूद के लिए परेशान है और पानी की सप्लाई नहीं हो रही हैं ग्रामीण हरि मिश्रा का कहना है की ऑपरेटर गांव का नागरिक है जो गांवदारी करता है। जिस तरफ आपरेटर मकान है। पानी बराबर चलता रहता है। जबकि 70 पर्सेंट आबादी वाले इलाके में मात्र25 मिनट पानी दिया जाता है। वह भी बिजली न होने पर ग्रामीण पप्पू और सुरेश कहना है कि हम लोगों के कनेक्शन लेने से कोई फायदा नहीं है।क्योंकि हम लोगों की पाइपलाइन बहुत दूर से घूम कर आती हैं ।इसलिए यहां पाइप लाइन में कान लगाकर सुनते हैं तो गुड़गुडाहट की आवाज सुनाई देती है। और पानी नहीं आता यदि बिजली के रहते हुए ऑपरेटर पानी छोड़े तो हम लोगो को भी पानी मिल जाता है। अन्यथा की स्थिति में 2 किलोमीटर दूर से खेतों में निजी नलकूपों से पानी लाते है परिवार की प्यास बुझाते हैं । पिछले वर्ष इस गांव में डायरिया की महामारी फैली थी कई लोग डायरिया के मुंह में समा गए थे बहुत बड़ी आबादी डायरिया के संक्रमण से प्रभावित हुई थी जिलाधिकारी के निर्देश पर जांच के लिए टीमें पहुंची थी।स्थिति आज भी जस की तस बनी हुई है।आज भी यहां के बाशिंदे अपने मकान के सामने निकली पाइप लाइन के पास गड्ढा खोदकर नीचे पाइप लाइन से पानी निकालत कर अपनी प्यास बुझाते हैं और इसी पाइप लाइन के माध्यम से।बरसात में गंदा पानी इस पाइप लाइन में चला जाता है जिससे गांव में संक्रमण बीमारियां फैलती है ।वही ग्राम प्रधान शिवशरण यादव का कहना है। की इस समस्या से संबंधित अधिकारियों को कई बार अवगत करा चुके हैं।
बूंद-बूंद पानी को तरसते ग्रामीण
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