देश में 3543 ट्रेनों से 48 लाख यात्रियों को पहुंचाया गया उनके गृह राज्य

16

रेलवे ने कामगारों को बांटे 78 लाख लंच पैकेट और एक करोड से अधिक पानी बाॅटल्स

राकेश कुमार अग्रवाल
वरिष्ठ संवाददाता

नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने 27 मई तक देश भर में 3543 “श्रमिक स्‍पेशल” ट्रेनें चलाकर 26 दिन में इन स्‍पेशल ट्रेनों के जरिये 48 लाख से अधिक यात्रियों को उनके गृह राज्‍यों तक पहुंचाने का भागीरथी प्रयास किया है।

यात्रा करने वाले कामगारों के बीच 78 लाख से अधिक पैक्ड भोजन और 1.10 करोड़ से अधिक पानी की बोतलें वितरित की गई हैं।

रेल प्रवक्ता के अनुसार
श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के अलावा, रेलवे 12 मई से नई दिल्ली से 15 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें चला रहा है और आगामी 1 जून से समय सारणी के अनुरूप 200 और ट्रेनें चलाने की योजना को अंतिम रूप दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि विशेष रेलगाड़ियों द्वारा विभिन्न स्थानों पर फंसे प्रवासी श्रमिकों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, छात्रों और अन्य व्यक्तियों को लाने-ले जाने के संबंध में गृह मंत्रालय के आदेश के बाद, भारतीय रेलवे ने 1 मई, 2020 से “श्रमिक स्पेशल” ट्रेनें चलाने का फैसला किया था।

“श्रमिक स्पेशल” ट्रेनों से 26 दिनों में 48 लाख से अधिक यात्री अपने गंतव्य तक पहुँच चुके हैं।

ये 3543 ट्रेनें विभिन्न राज्यों से ओरिजनेट हुई हैं। शीर्ष पाँच राज्य / केन्द्र शासित प्रदेश जहाँ से अधिकतम ट्रेनें ओरिजनेट हुई वो हैं, गुजरात (946 ट्रेनें), महाराष्ट्र (677 ट्रेनें), पंजाब (377 ट्रेन), उत्तर प्रदेश (243 ट्रेनें) और बिहार (215 ट्रेनें) ।

इन “श्रमिक स्पेशल” ट्रेनों से यात्री देश भर के विभिन्न राज्यों तक अपने गंतव्य तक पहुंचे। शीर्ष पांच राज्य जहां अधिकतम ट्रेनें रिसीव की गईं उनमें उत्तर प्रदेश (1392 ट्रेनें), बिहार (1123 ट्रेनें), झारखंड (156 ट्रेनें), मध्य प्रदेश (119 ट्रेनें), ओडिशा (123 ट्रेनें)।

आईआरसीटीसी ने यात्रा करने वाले प्रवासियों के बीच 78 लाख से अधिक मुफ्त भोजन और 1.10 करोड़ से अधिक पानी की बोतलें वितरित की।

श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के अलावा, भारतीय रेल 12 मई से नई दिल्ली से 15 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें चला रही है और दिनांक 1 जून, 2020 से समय सारणी बद्ध रूप से 200 और ट्रेनें चलाने की योजना है।

Click