प्रशासन सख्त: मन्दाकिनी में गंदगी डालने वालों के खिलाफ होगी कार्यवाही

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चित्रकूट। आयुक्त चित्रकूट धाम मंडल बांदा गौरव दयाल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में मंदाकिनी नदी के गंदगी सफाई व सतत प्रवाह को लेकर मध्य प्रदेश के अधिकारियों के साथ बैठक का आयोजन किया गया।

आयुक्त चित्रकूट धाम मंडल बांदा ने दोनों प्रांतों के अधिकारियों से कहा कि मंदाकिनी नदी के सतत प्रवाह व अक्षुण्य बनाए रखने के जो भी प्रस्ताव बनाए जाएं उसमें यह देखें कि भविष्य में कोई समस्या न हो तथा जो मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश शहर के नाले हैं उनको टैप करने का प्रस्ताव बनाकर कराया जाए। उन्होंने सीएमओ नगर पंचायत नयागांव मध्य प्रदेश रमाकांत शुक्ला को निर्देश दिए कि सरयू नाले पर जो सीवर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण कराया जा रहा है उसको तत्काल करा ले ताकि नाले का पानी मंदाकिनी में न गिरे। उन्होंने प्रभागीय वन अधिकारी चित्रकूट कैलाश प्रकाश से कहा कि वन क्षेत्र में जो नदी नाले पर चेक डैम, डैम निर्माण कार्य कराए जाने हैं उनको तत्काल करा लें। आयुक्त ने अपर कलेक्टर सतना रिजु बाफना से कहा कि सरयू नाला पर जो मध्यप्रदेश में अतिक्रमण किया गया है उसको तत्काल हटाकर सिल्ट सफाई कराएं। आरोग्यधाम के पास व राम घाट पर बने डैम उनमें निचले स्तर से गेट लगाए जाएं ताकि बरसात के समय खोलने से नदी की सिल्ट सफाई हो सके और बाकी समय में पानी पर फ्लो अच्छा रहे।तथा इसी प्रकार उत्तर प्रदेश के सिंचाई विभाग के भी अधिकारी बंधु इन बांध पर कर लें तथा पोकलैंड मशीनों के द्वारा सिल्ट सफाई का कार्य तत्काल करा ले। आयुक्त ने मध्य प्रदेश तथा उत्तर प्रदेश के अधिकारियों से यह भी कहा कि मंदाकिनी नदी राम घाट पर कोई फूल माला न डालने पाए पूर्णतया पॉलिथीन व फूल मालाओं पर प्रतिबंध लगा दिया जाए तथा दोनों तरफ की नदी को लगातार साफ सफाई कराते रहें। विद्युत शवदाह गृह की व्यवस्था कराएं। कहा कि मनरेगा योजना से जो भी कार्य दोनों प्रांतों में कराया जाना है उन्हें बरसात के पहले कार्य करा ले।उन्होंने यह भी कहा कि पुराने चैक डैम की मरम्मत व सिल्ट सफाई का कार्य ग्राम पंचायतों द्वारा कराएं तथा लघु सिंचाई विभाग से तकनीकी सहयोग ले।

जिलाधिकारी चित्रकूट शेषमणि पांडे ने बताया कि भूमि संरक्षण, सिंचाई, लघु सिंचाई व वन विभाग के अधिकारियों के साथ पूर्व में चर्चा करके प्रस्ताव तैयार कराया गया है जिसमें जल्द कार्य शुरू हो जाएंगे उन्होंने यह भी कहा कि अमरावती के पास मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश की सीमा में एक डैम बन जाए तो पानी का फ्लो अच्छा रहेगा।इस पर मध्य प्रदेश तथा उत्तर प्रदेश के सिंचाई विभाग के अधिकारियों से कहा कि आप लोग संयुक्त निरीक्षण करके दोनों तरफ एक कमेटी का भी गठन कर लें ताकि सूचनाओं का आदान-प्रदान होता रहे।

अपर कलेक्टर सतना रिजु बाफना ने बताया कि मध्य प्रदेश द्वारा मनरेगा योजना से ग्राम पंचायतों के माध्यम से नदी, नालों खेत तालाब, चेक डैम, डेंम, मेड़बंदी, तालाबों का जीर्णोद्धार आदि विभिन्न कार्यों की कार्य योजना तैयार कर ली गई है तथा कार्य भी शुरू कराए जा रहे हैं जो मां मंदाकिनी नदी के ब्रह्म कुंड उद्गम स्थल से लेकर उत्तर प्रदेश सीमा तक 706 कार्य लिया गया है।

इसके पूर्व दोनों प्रांतों के सिंचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा प्रोजेक्टर के माध्यम से जो कार्य योजना तैयार की गई है उसका पूर्व विवरण का अवलोकन कराया गया।

इसके पूर्व आयुक्त चित्रकूट धाम मंडल ने रामघाट का निरीक्षण करके साफ सफाई कार्य को देखा उन्होंने अधिशासी अभियंता सिंचाई निर्माण खंड को निर्देश दिए कि जो सीढ़ियां टूटी फूटी है उनकी तत्काल मरम्मत करा दें तथा जितनी भी बोरियां मंदाकिनी नदी पर अभी हैं उनको तत्काल और मजदूरों को लगाकर निकाल ली जाए तथा सिल्ट सफाई भी करा दिया जाए।इसी प्रकार मध्य प्रदेश के अधिकारियों से भी कहा कि आप लोग अपनी तरफ भी सिल्ट सफाई का कार्य कराएं तथा नदी की सफाई बनी रहे इसका विशेष ध्यान दें।

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी चित्रकूट डॉ महेंद्र कुमार, उप जिलाधिकारी कर्वी अश्वनी कुमार पांडे, उप जिलाधिकारी मझगवां सतना मध्य प्रदेश एचके धुर्वे, के अलावा मध्य प्रदेश तथा उत्तर प्रदेश के संबंधित अधिकारी तथा शोधकर्ता मौजूद रहे।

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