चित्रकूट। जिलाधिकारी शेषमणि पांडे की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति शासी निकाय, विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं वॉलिंटियर्स की व्यवस्था आदि के संबंध में बैठक संपन्न हुई।
जिलाधिकारी ने कहा कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं दस्तक अभियान का द्वितीय चरण 1 जुलाई से 31 जुलाई तक चलाया जाएगा। जिसमें मार्च में संचालित सभी गतिविधियों को विस्तृत रूप से कार्य योजना बनाकर संचालित कराएं उन्होंने कहा कि साफ-सफाई, कूडा कचरा निस्तारण जलभराव रोकने तथा शुद्ध पेयजल उपलब्धता पर विशेष जोर दिया जाए सभी विभाग व्यापक कार्य योजना बनाते हुए कार्य कराएं। उन्होंने कहा कि जनपद व ब्लॉक स्तरीय अंतर विभागीय बैठकें ब्लॉक चिकित्सालय पर आशा एएनएम तथा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का संवेदीकरण, ब्लॉक स्तर पर नोडल अध्यापकों का संवेदीकरण, स्थानीय निकायों पर संवेदीकरण बैठके, ब्लॉक स्तरीय ग्राम प्रधान संवेदीकरण आदि करा लिया जाए। उन्होंने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, नगर विकास विभाग, पशुपालन विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग चिकित्सा शिक्षा, दिव्यांगजन कल्याण, समाज कल्याण, कृषि एवं सिंचाई, सूचना विभाग आदि सभी संबंधित विभाग जिनको जो दायित्व शासन द्वारा निर्धारित किया गया है उनके प्रस्ताव बनाकर तत्काल कार्यवाही कराएं। संचारी रोग अभियान का व्यापक प्रचार-प्रसार भी कराया जाए। जिलाधिकारी ने अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ बीके सिन्हा को निर्देश दिए कि जो शासन से निर्देश दिए गए हैं उन्हें सभी विभागों को उपलब्ध करा दें। जिलाधिकारी ने कहा कि हम सब लोग कोविड-19 से लड़ रहे हैं सावधानी बरतें जिन विभागों को जो जिम्मेदारी दी गई हैं वह प्लान बनाकर सूचना मुख्य चिकित्सा अधिकारी को उपलब्ध कराएं शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में निगरानी समितियां कार्य कर रही हैं उनका भी संचारी रोग पर सहयोग लिया जाए उसमें घर-घर जाकर संचारी रोग नियंत्रण के साथ-साथ कोविड-19 का भी कार्य करेंगी।उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी से कहा कि अभियान चलाकर गांव की साफ सफाई करा ली जाए तथा बरसात में विशेष ध्यान दिया जाए।
तत्पश्चात जिला स्वास्थ समिति शासी निकाय की बैठक में जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ विनोद कुमार को निर्देश दिए कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से जो गाइडलाइन प्राप्त हुई है उसी के अनुपालन में कार्य कराया जाए। रोगी कल्याण समिति की बैठकें जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में उप जिलाधिकारियों की अध्यक्षता में अवश्य करा लिया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि कोविड-19 के रोकथाम के लिए जो वॉलिंटियर्स की व्यवस्था की जानी है उसे तत्काल करा ले इसमें स्वयंसेवी संस्थाओं का भी सहयोग लिया जाए जो अच्छा कार्य करेगा उसे सम्मानित भी किया जाएगा। जिलाधिकारी ने टीकाकरण जननी
सुरक्षा योजना, आरसीएच पोर्टल, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना, मातृ मृत्यु दर, आशा चयन, आशा भुगतान, रोगी कल्याण समिति, राष्ट्रीय अंधता निवारण कार्यक्रम, राष्ट्रीय कुष्ठ निवारण कार्यक्रम, राष्ट्रीय क्षयरोग नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय वेक्टर वार्न डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम योजना आदि विभिन्न बिंदुओं की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो कोविड-19 को देखते हुए शासन से दिशा निर्देश प्राप्त हुए हैं उसका अनुपालन शतप्रतिशत कराया जाए कहीं पर कोई समस्या नहीं होनी चाहिए।
अपर जिलाधिकारी जी पी सिंह, जिला विकास अधिकारी आरके त्रिपाठी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ विनोद कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी संजय कुमार पांडे, अधीक्षक जिला चिकित्सालय आरके गुप्ता सहित संबंधित अधिकारी तथा चिकित्सा अधिकारी मौजूद रहे।