जालौन के नदीगांव विकास खण्ड के ग्राम खुटैला में जाँच टीम ने डाला डेरा

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रिपोर्ट :- महेंद्र कुमार गौतम

जालौन, यूपी – यूपी के जालौन के विकासखंड नदीगांव के ग्राम खुटैला में सरकारी धन का किस कदर दुरुपयोग हुआ है उसकी बानगी इसी बात से देखी जा सकती है कि जो काम ग्रामसभा द्वारा कागजों में कराए गए हैं वे जमीन पर हैं ही नहीं। ग्रामीणों की शिकायत और सांसद भानुप्रताप वर्मा की पहल पर इन विकास कार्यों की जांच मंगलवार से शुरू हो गई है और जांच टीम ने गांव में डेरा डाला हुआ है। घपला इतना है कि इसकी जांच लंबी खिंच सकती है।

दरअसल, खुटैला ग्रामसभा में विकास कार्यों को लेकर सवाल तो सालों से उठ रहे हैं क्योंकि ग्रामीण सरकारी धन की बंदबांट के आरोप काफी समय से ग्राम प्रधान और पंचायत सेे जुड़े सरकारी अमले पर लगाते रहेे हैं लेकिन इन आरोपों की सुनवाई अब जाकर हो रही है, वह भी तब जब इलाकाई सांसद भानुप्रताप वर्मा नेे खुद इसमें दिलचस्पी लेेकर अपनेे लैटर हैड पर शिकायत की। गांव के गोपाल गिरि, धीरेन्द्रसिंह, रणवीरसिंह, राज्यकुमार सिंह आदि ग्रामीणों ने अधिकारियों को शिकायत भेजनेे के बाद जब सुनवाई होते नहीं देखी तो उन्होंने सीधे सांसद को पत्र लिख कर कहा कि पिछलेे चार बर्षों सेे ग्राम निधि योजना कोई भी काम समुचित रूप सेे नहीं कराया गया। शौचालय सरकारी धन बनेे नहीं औैर बनेे बनाए शौचालयों को नया बना दिखा कर धन का आहरण कर लिया गया। इस पत्र की रोशनी में सांसद नेे खंड विकास अधिकारी नदीगांव को अपनेे लैैटर हैड पर शिकायत की कि शिकायत की गहराई सेे जांच कराई जाए औैर आवश्यक कार्रवाई की जाए तथा जांच रिपोर्ट सेे उन्हें भी अवगत कराया जाए। सांसद के पत्र का असर यह हुआ कि बीडीओ दीपक यादव, एडीओ नरेश दुवे तकनीकी लोगों जेई आरईएस पवनकुमार के साथ आरोपों की जांच में जुट गए औैर मंगलवार को गांव जाकर नापजोख की तथा शौचालयों की भौतिक स्थिति देखी। हालांकि बीडीओ का कहना हैै कि अभी तो जांच शुरू हुई है, इसके नतीजेे आनेे में हफ्तों लग सकतेे हैं। उन्होंनेे बताया कि साढेे चार सौ शौचालयों के अलावा चार साल में कराए गए विकास कार्यों की जांच की जानी हैै। शिकायत कर्ताओं का आरोप है कि नब्बे फीसदी शौचालय बोगस हैं, यानी मकान मालिक द्वारा खुद के बनवाए गए शौचालयों को सरकारी अनुदान से बनाया दिखा कर धन का आहरण कर लिया गया है।

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