राकेश कुमार अग्रवाल
झांसी। कोरोना काल में उ.म.रे के लगभग 60000 रेलवे कर्मचारी और अधिकारी कोरोना योद्धाओं की तरह सेवारत हैं । लॉकडाउन के प्रारम्भ से उत्तर मध्य रेलवे ने प्रतिकूल परिस्थितियों और चुनौतियों का सफलता पूर्वक सामना किया है।
विशेष रेलगाड़ियाँ: भारतीय रेलवे द्वारा प्रारम्भ की गई कुल 230 विशेष रेलगाड़ियों में से 126 रेलगाड़ियों का उत्तर मध्य रेलवे पर ठहराव है, जिसमें 02 ओरिजिनेटिंग विशेष रेलगाडियां सम्मिलित हैं। माह जुलाई में समयपालनता 98% से अधिक है और जुलाई -20 में 06 दिनों में 100% की समयपालनता हासिल की गई है।
माल ढुलाई : उत्तर मध्य रेलवे द्वारा 35.5 लाख टन माल लदान किया गया, जिसमें 19.9 लाख टन पेट्रोलियम और कोलतार, 3.8 लाख टन अनाज और 4.9 लाख टन सीमेंट शामिल है। जुलाई-2020 के दौरान 45.72 किलोमीटर प्रति घंटे की औसत गति हासिल की।
पार्सल – उत्तर मध्य रेलवे परिक्षेत्र के 40 नामित पार्सल स्टेशनों से 875 टन पार्सल का लदान किया गया, जिसमें 176 टन मेडिकल सामग्री शामिल हैं।
आईसोलेशन कोच: 130 कोच पहले से ही परिवर्तित किए गये हैं (प्रयागराज -40, झांसी -20, आगरा -20 और कोच मिडलाइफ रिहैबिलिटेशन कार्यशाला झांसी -50) और उपलब्धता के आधार पर 150 अतिरिक्त कोच रूपांतरण के लिए लक्षित हैं।
कोविड अस्पताल और क्वारंटाईन सेंटर: प्रयागराज और झांसी में स्तर एक के 100-100 बेड वाले कोविड अस्पताल चालू कर दिए गये हैं। केंद्रीय अस्पताल प्रयागराज में 22.07.20 तक 74 कोविड पाजिटिव रोगियों और रेलवे अस्पताल झाँसी में 51 लोगों का इलाज चल रहा है। क्वारंटाईन के लिए उत्तर मध्य रेलवे ने विभिन्न स्थानों पर 651 बेडों की उपलब्धता सुनिश्चित की है, जिसमें 138 बेडों का उपयोग किया गया है।
कवरॉल, फेस कवर और सैनिटाइज़र इन-हाउस उत्पादन: 8000 कवरॉल, 1.8 लाख रियूजेबल फेस कवर और 10200 लीटर सैनिटाइज़र इन-हाउस प्रयासों के माध्यम से उत्पादित किया गया।
उत्तर मध्य रेलवे में रेलवे कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों द्वारा 1.05 लाख आरोग्य सेतु ऐप के डाउनलोड किये गये ।
बुखार और कोविड-19 जैसे लक्षणों की जांच के लिए 05 अलग क्लीनिक कार्यान्वित किए गए हैं। 9606 रेलवे कर्मचारी और उनके परिवार के सदस्यों कि अब तक स्क्रीनिंग की गयी है।