और जब नौकरी दिलवाने के नाम कर रहा था ठगी

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सलोन (रायबरेली)। उत्तर प्रदेश रोडवेज परिचालक की नौकरी दिलाने के नाम पर आरोपी ने फर्जी तरीके से तीन लोगो से एक लाख रुपये डकार लिये।मामले का खुलासा तब हुआ जब पीड़ित सलोन कोतवाली में आरोपी के साथ न्याय की गुहार लगाने कोतवाली पहुंचे।लेकिन इतने बड़े फर्जी वाड़े गिरोह का पर्दाफाश करने के बजाए सलोन पुलिस पूरे मामले को पी गई।पुलिस का कहना है कि पीड़ित पक्ष ने आरोपी से समझौता कर लिया है।

मामला सलोन कोतवाली अंतर्गत नगर पंचायत सलोन मोहल्ला करीमगंज निवासी श्री चंद साहू पुत्र रामआसरे ने कोतवाली में तहरीर देकर बताया कि दस जुलाई को कौशलेंद्र सिंह पुत्र बृजेन्द्र सिंह निवासी आमी शंकरपुर उदयपुर प्रतापगढ़ ने उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम रायबरेली डिपो में नौकरी दिलाने के नाम पर उससे 60 हजार रुपए ले लिया।जिसके बाद आरोपी ने 13 जुलाई को आई कार्ड व ज्वाइनिंग लेटर दे दिया।दूसरे दिन युवक आईडी कार्ड व ज्वाइनिंग लेटर लेकर जब वह आफिस पहुंचा तो सब रायबरेली ऑफिस में कागज फर्जी बताकर वापस कर दिया गया।यह सुनकर युवक के पैरों तले जमीन खिसक गयी।वंही दूसरा मामला अजय कुमार सिंह पुत्र इंद्र बहादुर सिंह निवासी ग्राम परशदेपुर थाना डीह से 23 हजार 500 रुपये व विपिन साहू पुत्र श्याम लाल साहू निवासी परशदेपुर रोड सलोन से 8 हजार सात सौ रुपये रोडवेज बस में ड्राइवर की नौकरी दिलाने के नाम पर ले लिये।युवक को फर्जी आईकार्ड और जिसकी शिकायत अजय कुमार सिंह एवं विपिन साहू ने सलोन कोतवाली में न्यायोचित कार्यवाही करने के लिए कोतवाली में तहरीर दे दी।केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के सांसदीय क्षेत्र सलोन में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह को पुलिस ने छोड़ दिया।इस मामले में कोतवाली प्रभारी पंकज त्रिपाठी ने बताया कि पीड़ितों द्वारा आरोपी से समझौता कर लिया गया है।

प्रदीप गुप्ता रिपोर्ट

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