रायबरेली- शासन के निर्देश के बाद अधकचरी व्यवस्थाओं के साथ बैंकों में ग्राहक लगा रहे लगातार चक्कर बैंकों का विलय होने के बाद अव्यवस्थाओं की बाढ़ सी आ गई है बैंक कर्मचारी मनमाने ढंग से ग्राहकों को रोजाना दौडाते रहते हैं इस पर ना तो विभागीय ध्यान दे रहे हैं ना जिम्मेदार अधिकारी बैंक ऑफ बड़ौदा, मैं कई बैंकों का विलय होने के बाद ग्राहकों को हो रही है काफी समस्या जिससे ना वह एटीएम यूज़ कर पा रहा है ना ही ऑनलाइन ट्रांजैक्शन विजया बैंक और देना बैंक के ग्राहकों के लिए यह एक अभिशाप बन गया है है. 1 अप्रैल, 2019 से सरकार ने विजया बैंक और देना बैंक का बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय कर दिया था. इसके बाद अब बैंक ऑफ बड़ौदा ने कहा है कि उसने देना बैंक की 1,770 शाखाओं के एकीकरण का काम दिसंबर 2020 में पूरा कर लिया है. गौरतलब बात यह है कि विजया बैंक की 2,128 शाखाओं को सितंबर 2020 में एकीकरण कर लिया गया था.फिलहाल इस विलय से ग्राहकों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं वही एक व्यापारी से बात करने पर उसने बताया कि इस विलय से उसका व्यापार प्रभावित हो रहा हैं लेकिन उसके इस परेशानी की सुनवाई करने वाला कोई नही।
अनुज मौर्य रिपोर्ट