हम भी न लगवायेंगे भाजपाई कोरोना वैक्सीन

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राकेश कुमार अग्रवाल
शनिवार को उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने घोषणा की कि मैं भाजपाई वैक्सीन नहीं लगवाऊंगा . टीपू भैया के इतना कहते ही भाजपाई उन पर पिल पडे . ये तो वैसी ही बात हो गई कि सूत न कपास जुलाहों में लट्ठम लट्ठा . भाई टीपू भैया ने क्या गलत कह दिया कि उन्हें भाजपा पर ऐतबार नहीं है . भई सीधी सी बात है हम ठहरे समाजवादी हम क्यों हिंदुत्व वाली वैक्सीन लगवाएं . हम तो धर्मनिरपेक्ष वैक्सीन लगवायेंगे . गठबंधन की वैक्सीन होती तो भी सोच लेते लेकिन भाजपाई वैक्सीन तौबा रे तौबा .
और फिर हमारे अखिलेश भैया किसी से कमजोर हैं क्या . जब भैया बच्चों को लैपटाॅप बंटवा सकते हैं तो क्या फ्री में वैक्सीन नहीं लगवा सकते हैं ? मुझे तो डर है कि भाजपाई वैक्सीन अगर सपाइयों को लगा दी गई तो कहीं ऐसा न हो कि भाजपा वैक्सीन लगाने पर सपाइयों का गुणसूत्र ही न बदल जाए . मेरा तो सुझाव है कि किसी भी पार्टी के कार्यकर्ता , पदाधिकारी और बडे नेताओं को भाजपाई वैक्सीन नहीं लगनी चाहिए . सभी पार्टियों के पास अपनी अपनी लैब हैं और अपने अपने वैज्ञानिक हैं इसलिए सभी पार्टियां अपने कार्यालयों में विकसित वैक्सीन ही लगवायेंगी . रहा सवाल आम जनता का वो जिस पार्टी को सपोर्ट करती हो उसी के दफ्तर में अपने नेता की फोटो लेकर चली जाए उसे वहीं वैक्सीन की खुराक मिल जाएगी . जो लोग किसी भी पार्टी के समर्थक न हों वे ऑनलाइन वैक्सीन मंगवाकर अपने घर पर वैक्सीन लगवा सकते हैं . वैक्सीनेटर आपके घर आकर मुफ्त में आपको वैक्सीन लगायेंगे .
देश में 2019 में चुनाव आयोग के पास पंजीकृत राजनैतिक दलों की संख्या 2293 थी . दो सालों में कुछ और नई पार्टियां बन गई होंगी . इस लिहाज से देखा जाए तो देश में लगभग ढाई हजार राजनीतिक दल हैं . यदि सभी पार्टियां अपनी अपनी वैक्सीन लाँच कर दें तो न केवल इससे देश वासियों का भला होगा बल्कि हम बदहाल अर्थव्यवस्था के दौर में पूरी दुनिया में एचसीक्यू ( हाइड्राक्सी क्लोरोक्वीन ) टैबलेट की तरह कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति कर अपनी अर्थव्यवस्था को सुधार सकते हैं . इन वैक्सीन से दुनिया के देशों को एक फायदा और मिलेगा . जिस राजनीतिक दल की वैक्सीन दुनिया के जिस देश को पसंद आएगी उस राजनीतिक दल की उस देश में इन्ट्री भी हो जाएगी . और कम्युनिस्ट पार्टी की तरह हमारी राजनीतिक पार्टियाँ भी विश्व व्यापी हो जाएंगी . चीन , रूस व अमेरिका जैसे सुपर पावर देश भी भारत के सामने पानी मांगेगे . आप सोचो कि रूस में 15 , चीन में 31 व अमेरिका जैसे देश में महज 96 कंपनियां वैक्सीन बना रही हैं . जब भारत के 2500 राजनीतिक दल वैक्सीन बनायेंगे तब हम सच्चे मायने में आत्मनिर्भर हो जायेंगे . कोरोना वैक्सीन की सफलता के बाद भविष्य में पैदा होने वाली महामारियों की वैक्सीन के विकास का दायित्व विश्व स्वास्थ्य संगठन ( डब्ल्यूएचओ ) भारतीय राजनैतिक पार्टियों को सौंपेगा . और इस तरह से लोकल में वोकल से हम भारतीय 2021 में लोकल से ग्लोबल हो जायेंगे .
राजनीतिक दल केवल वैक्सीन नहीं बनायेंगे वे वैक्सीन के साथ में सीरिंज , नीडिल , कोल्ड चेन का भी खुद इंतजाम करेंगे . सरकार के निठल्ले कर्मचारियों और अधिकारियों के बजाए पार्टी के कार्यकर्ताओं की गांव गांव में पहले से चेन बनी हुई है . भाजपाईयों को तो रथ यात्रा निकालने का शौक है वे तो रथ पर सवार होकर केवल बडे शहरों से जाएंगे . पहले भाषण देंगे इसके बाद वैक्सीन . हो सकता है कि भाजपाईयों का रथ गांवों में फंस जाए लेकिन समाजवादी साईकिल तो घर घर द्वार द्वार तक पहुंच जाएगी . इसलिए सपाई अपनी विकसित वैक्सीन साईकिलों से घर घर जाकर होम डिलीवरी के माफिक लगाएगी . कांग्रेस का संगठन कमजोर हो गया है हो सकता है कि प्रियंका और राहुल के आहवान पर कांग्रेसी खेमे में भी थोडी भीड उमड आए . कांग्रेस देश के अलावा इटली में विकसित वैक्सीन का भी देशवासियों को ऑफर दे सकती है . इससे कांग्रेस अच्छे दिन लाने की भी बात कर सकती है . बसपाई वैक्सीन तो हाथी पर सवार कार्यकर्ता लेकर आएंगे . गांव गांव , शहर शहर जहां जहां हाथी पहुंचेंगे हाथी को देखने के बहाने स्वत: ही लोगों की भीड उमड पडेगी . विशेष ऑफर के तहत लोगों को हाथी पर सवार होकर वैक्सीन लगवाने का उसी तरह मौका मिल सकता है जिस तरह बाबा रामदेव हाथी पर सवार होकर योग सिखा रहे थे . बाबा रामदेव से याद आया कि जिनको राजनीतिक पार्टियों की वैक्सीन पर भरोसा न हो वे लोग बाबा रामदेव की 150 किस्म की जडी बूटियों से निर्मित स्वदेशी आयुर्वेदिक वैक्सीन भी लगवा सकते हैं . जिनको इंजेक्शन से डर लगता हो वो बाबा की वैक्सीन को काढे की तरह पी भी सकते हैं . सबसे बडी बात यह है कि बाबा की वैक्सीन के कोई साइड इफेक्ट नहीं हैं क्योंंकि कोरोना के देश में आने के पहले ही उनकी वैक्सीन का ट्रायल शुरु हो गया था .
टीपू भैया ने भाजपाई वैक्सीन न लगवाने की बात कह कर मुझे भी मझधार में डाल दिया है कि मैं किस राजनैतिक दल की वैक्सीन लगवाऊं . ये भी हो सकता है भाजपाई वैक्सीन लगते ही सरकार खाते में 15 लाख रुपए डाल दे . आप कौन सी वैक्सीन लगवाओगे ?

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