पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़ श्री शिवहरी मीना के कुशल निर्देशन में अपराध एवं सक्रिय अपराधियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में जनपद के थाना लालगंज पुलिस व स्वाट टीम द्वारा षड़यन्त्र कर स्वयं के अपहरण की झूठी सूचना देकर धन उगाही का प्रयास करने वाले अभियुक्त को गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई है।
गिरफ्तार अभियुक्त का विवरण-
- हेम बहादुर पुत्र रामजियावन वर्मा नि0 नेवादा गौरा डाड़ थाना अन्तू जनपद प्रतापगढ़ (हालपता वर्मा नगर खजुरी थाना लालगंज जनपद प्रतापगढ़)।
दिनांक 04.03.2021 की सायं वादी रामजियावन वर्मा पुत्र रामहरख नि0 नेवादा गौरा डाड़ थाना लालगंज जनपद प्रतापगढ़ हालपता वर्मा नगर खजुरी थाना लालगंज जनपद प्रतापगढ़ द्वारा थाना लालगंज पर यह सूचना दी गई कि मेरा पुत्र हेम बहादुर उम्र लगभग 30 वर्ष आज सुबह 10ः00 बजे पैसों की व्यवस्था करने हेतु घर से निकला था जो अब तक वापस नही आया। मुझे संदेह है कि पैसे के लेनदेन को लेकर किसी व्यक्ति द्वारा उसका अपहरण कर लिया गया है। वादी द्वारा दी गई तहरीर पर थाना स्थानीय पर मु0अ0सं0 126/21 धारा 364 भादवि का अभियोग बनाम अज्ञात के विरूद्ध पंजीकृत किया गया।
पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़ श्री शिवहरी मीना द्वारा मुकदमा उपरोक्त से सम्बन्धित अपहृत की सकुशल बरामदगी व अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु दिये गये कड़े निर्देश के क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी श्री दिनेश कुमार द्विवेदी के निकट पर्यवेक्षण में पुलिस की कई टीमे गठित कर अपहृत तलाश की जा रही थी। विवेचना के क्रम में यह ज्ञात हुआ कि दिनांक 04.03.2021 को दोपहर में विभिन्न समय पर अपहृत की पत्नी व एक परिचित महिला के मोबाइल नम्बर पर कई बार इस तरह का मैसेज आया था कि हेमबहादुर (अपहृत) मेरे कब्जे मे है, अगर इसको जिन्दा देखना चाहते हो तो 30 लाख रू0 का इन्तजाम कर लो, पुलिस और नेतागिरी मत करना करना नही तो लाश भी नसीब नही होगी। उक्त सूचना के आधार पर अपहृत की तलाश व सकुशल बरामदगी का प्रयास किया जा रहा था। दिनांक 05.03.2021 की रात्रि में मुखबिर से हेमबहादुर के लखनऊ में होने व वहां से रायबरेली की तरफ जाने की सूचना प्राप्त हुई। इस सूचना पर स्वाट टीम प्रतापगढ़ व लालगंज की पुलिस तत्काल मौके के लिए रवाना हुई। स्वाट टीम व लालगंज की पुलिस द्वारा दिनांक 06.03.2021 को प्रातः लखनऊ से आ रही रोडवेज बस को नया पुरवा नहर पुलिया बैरियर पर रोककर उसमें से हेम बहादुर उपरोक्त को सकुशल बरामद किया गया।
पूछताछ का विवरण-
पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में हेम बहादुर उपरोक्त ने बताया कि मैं कई व्यक्तियों से कई लाख रू0 उधार ले चुका हूं। मैने 10-12 लोगों से रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर भी पैसा लिया और उनकी नौकरी नही लगवा सका तथा उनका पैसा भी खर्च हो गया। उधार मांगने वाला कोई न कोई व्यक्ति प्रतिदिन मेरे सामने खड़ा रहता है। इसी कारण मैं योजना बनाकर दिनांक 04.03.2021 को अपने घर से लखनऊ चला गया और वहां से अपनी पत्नी व एक परिचित महिला के मोबाइल पर स्वयं ही इस तरह का मैसेज किया कि हेमबहादुर (अपहृत) मेरे कब्जे मे है, अगर इसको जिन्दा देखना चाहते हो तो 30 लाख रू0 का इन्तजाम कर लो, पुलिस और नेतागिरी मत करना करना नही तो लाश भी नसीब नही होगी। मैने सोचा था कि इस मैसेज का पढ़कर मेरे पिता अपनी जमीन बेंचकर पैसे की व्यवस्था कर देंगे और मै उन पैसों से मेरा काम बन जायेगा। बाद में मैने जिनसे पैसा लिया है उनको इस मामले में झूठा फंसा दूंगा जिससे मुझे पैसा भी नही देना पड़ेगा और वे लोग पैसा मांगने की हिम्मत भी नही करेंगे। परन्तु ऐसा नही हुआ, मेरे पिता ने घबराकर मेरे अपहरण का मुकदमा लिखा दिया और आप लोगों ने मुझे खोज लिया। *उक्त प्रकरण में षड़यन्त्र कर स्वयं के अपहरण की झूठी सूचना देकर धन उगाही करने के सम्बन्ध में हेम बहादुर उपरोक्त को पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया तथा मुकदमा उपरोक्त में धारा 364 भादवि का लोप कर धारा 182, 194, 419, 420 भादवि की बढ़ोत्तरी की गई।*
पुलिस टीम-
उ0नि0 राजेश कुमार, आरक्षी लालबाबू शुक्ला, आरक्षी राम प्रवेश यादव थाना लालगंज जनपद प्रतापगढ़।
उ0नि0 प्रमोद सिंह, मु0आ0 तहसीलदार तिवारी, मु0आ0 जाहिद खान, मु0आ0 पंकज दुबे, आरक्षी प्रवीण कुमार, आरक्षी चन्द्रगुप्त, आरक्षी राजेन्द्र, आरक्षी जागीर सिंह, आरक्षी सत्यम स्वाट टीम जनपद प्रतापगढ़।
नोट- पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ श्री शिवहरी मीना द्वारा बरामदगी/गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम को 5 हजार रू0 के नगद पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया है।