रिपोर्ट- सुधीर त्रिवेदी
कोरोना के चलते नहीं मिल पा रहा उपचार, लापरवाही का आरोप ।
बांदा—-कोरोना काल में अन्य बीमारियों का उपचार तक मुहैया नहीं हो पा रहा है। उल्टी दस्त से पीड़ित एक युवती को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, वहां पर उसकी मौत हो गई। मृतक के पिता ने चिकित्सकों पर लापरवाही करने का आरोप लगाया। कहा कि बहुत देर तक चिकित्सकों ने मरीज को देखा ही नहीं।
कोरोना का प्रकोप होने के कारण जिला अस्पताल में अन्य मरीजों को नहीं देखा जा रहा है। इमरजेंसी में भी चिकित्सक बहुत देर बाद ही आते हैं और मरीज को देखते हैं तब तक मरीज की मौत हो जाती है। देहात कोतवाली के महोखर गांव निवासी नेहा (19) पुत्री राम सिंह रविवार की सुबह उल्टी दस्त से पीड़ित थी। उसे जिला अस्पता लाया गया। जिला अस्पताल में बहुत बुलाने के बाद ही चिकित्सक मौके पर पहुंचे और उपचार के दौरान नेहा की मौत हो गई। नेहा की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। मृतका के पिता ने आरोप लगाया कि अस्पताल लाने के बाद आधे घंटे तक चिकित्सक मरीज को देखने नहीं पहुंचे और हालत लगातार खराब होती रही। बड़ी मुश्किल में बुलाने पर चिकित्सक पहुंचे, लेकिन तब तक नेहा की मौत हो गई। गौरतलब हो कि कोरोना काल के दौरान जिला अस्पताल में तैनात चिकित्सक जमकर लापरवाही कर रहे हैं। सड़क हादसों में घायल और अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीज तड़पते रहते हैं, लेकिन चिकित्सक हैं कि लापरवाही करते हुए बहुत बुलाने पर ही पहुंचते हैं।