रिपोर्ट- सुधीर त्रिवेदी
बांदा—-बुधवार को प्रातःकालीन होने वाली कोविड की बैठक एल-3 कोविड अस्पताल राजकीय मेडिकल काॅलेज, बांदा में जिलाधिकारी आनन्द कुमार सिंह की अध्यक्षता में प्रातः 9.30 बजे सम्पन्न हुई। जिलाधिकारी ने कोविड अस्पताल की विस्तार से समीक्षा की। आक्सीजन प्रभारी डा. पीएन यादव राजकीय मेडिकल काॅलेज, बांदा ने अवगत कराया कि मेडिकल काॅलेज में वर्तमान में आक्सीजन के डी टाइप के 220 सेलेण्डर एवं बी टाइप के 106 सेलेण्डर भरे हुये है, एवं डी टाइप के लगभग 250 सेलेण्डर रनिंग में है, जो हमीरपुर/कानपुर से निरन्तर निर्बाध रूप से चक्रानुसार भरने हेतु भेजे गये है। वर्तमान में पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन उपलब्ध है। जिलाधिकारी ने प्राचार्य राजकीय मेडिकल काॅलेज बांदा को निर्देशित किया कि जो भी खाली आक्सीजन सेलेण्डरों को रिफलिंग हेतु भेजे जा रहे है, सुरक्षा मानक का परीक्षण कर भेजे जाएं तथा किसी भी दशा में खाली सिलेण्डर को रोका ना जाये। आक्सीजन की उपलब्धता के सम्बन्ध में प्रतिदिन की सूचना अधोहस्ताक्षरी एवं मुख्य चिकित्साधिकारी को उपलब्ध करायें तथा सुनिश्चित किया जाये कि आक्सीजन की कमी किसी भी दशा में न होने पाये।
बैठक में उपस्थित प्रधानाचार्य ने अवगत कराया कि वर्तमान में 159 मरीज भर्ती है, जिसमें 52 मरीज आईसीयू/एचडीयू में भर्ती है, जिनका चिकित्सकों द्वारा निरन्तर उपचार किया जा रहा है तथा आवश्यक औषधियां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। जिलाधिकारी ने प्रधानाचार्य को निर्देशित किया कि कोरोना पीड़ित मरीजों को शासन की गाइडलाइन के अनुसार समय-समय पर नास्ता, खाने आदि की व्यवस्था निरन्तर सुनिश्चित करायी जाये तथा जो भी आवश्यक दवाएं है, उनकी मांग हेतु समय समय से प्रेषित किया जाये तथा मरीजों का वरिष्ठ चिकित्सकों द्वारा समय-समय पर वार्डो में राण्उड करते हुये भर्ती मरीजों का स्वास्थ्य से सम्बन्धी हाल चाल लिया जाये।
जिलाधिकारी ने प्रधानाचार्य को निर्देशित किया कि मेडिकल काॅलेज में स्थापित जनरेटरों को क्रियाशील रखा जाये तथा पर्याप्त मात्रा में ईंधन स्टाॅक में रखा जाये। जिससे मौसम खराब होने पर विद्युत सप्लाई बाधित होती है तो विद्युत आपूर्ति में कोई बाधा न उत्पन्न हो।
बैठक के उपरान्त राजकीय मेडिकल काॅलेज बांदा में निर्माणाधीन आक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एनडी शर्मा एवं कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधि उपस्थित रहें। कार्य प्रगति में पाया गया, कार्य गुणवत्ता को देखते हुये कार्यदायी संस्था को निर्देशित किया गया कि नियत तिथि में प्लांट का कार्य पूर्ण किया जाये तथा कार्य गुणवत्तायुक्त एवं दिये गये मानक के अनुरूप कराया जाये।