रिपोर्ट – सुधीर त्रिवेदी, वरिष्ठ संवाददाता
बाँदा—-कुपोषण से बचाव हेतु उत्तर प्रदेश में व्यापक तौर पर बच्चों की वृद्धि निगरानी सुरु हुई जिसमे एक सप्ताह तक वजन अभियान सप्ताह मनाया जाएगा ।
उपजिलाधिकारी सदर /सह डी0पी0ओ0 बाँदा सुधीर कुमार गहलोत आई0ए0एस0 ने बताया कि बुंदेलखंड क्षेत्र में खास कर बांदा जनपद में बच्चों व महिलाओ एवम किशोरियों में पोषण का स्तर बहुत ही खराब है जिसे सही करने के लिए केंद्र व राज्य सरकार की तरफ से कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
मगर लोगों में जानकारी के अभाव के कारण और कहीं क्षेत्र स्तरीय कार्यकताओ की कमी होने के कारण जिस तेजी से कुपोषण से निपटने की आवश्यकता हैं वह नही हों पा रही हैं। इसी क्रम में जन्म से लेकर 5 साल तक के बच्चों से ऐसी शुरुआत की जा रही है। बच्चे न सिर्फ़ देश का भविष्य हैं बल्की पूरी इंसानियत का भविष्य भी है और यदि यह कुपोषित रह जाएंगे तो उनकी आने वाली पीढ़ी भी कुपोषण का शिकार हो जायेगी। कुपोषित सम बच्चों मे मृत्यु होने की संभावना भी सामान्य लोगों के तुलना में कई गुना अधिक हों जाती है। अत: कुपोषण के हर स्थिति से निपटने के लिए सभी आंगनबाड़ी केंद्र में वजन एवम लम्बाई/उचाई करवाई जा रही है जिससे ये पता चलेगा की बच्चे वर्तमान कुपोषण और सैम से ग्रसित है। उन बच्चों का समुदाय स्तर और पोषण पुनर्वास केंद्र के माध्यम से जल्द ही स्वस्थ किया जाए।
आने वाले माहों में पोषण आधारित गतिविधियों को और सघन बनाकर कुपोषण मुक्त बांदा बनाने का लक्ष्य है।