रायबरेली-कहते है जाको राखे साईंया मार सके न कोए,मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के त्रिपुला चौकी के निकट का हैं जहां बने नवनिर्मित खुले नाले में बीती रात एक घोड़े का बच्चा गिर गया था गिरने के बाद से लेकर सुबह 10 बजे तक वो उसी नाले में खड़ा हुआ था जिसकी सूचना “जनता गैराज” नामक समाजसेवी संस्था को हुई ,जिसके बाद जनता गैराज ने सूचना पशु विभाग को दी तत्काल सूचना को गंभीरता से लेते हुए डॉ एज़ाज़ ने पशु विभाग के कर्मचारियों को सूचना स्थल में मदद करने के लिए भेजा ,जहाँ घोड़ा नाले में गिरा था सबसे बड़ी समस्या तब सामने जब घोड़े को निकालने के सभी पैतरे फेल हो गए।
बेजुबान की मदद के लिए आई पुलिस
त्रिपुला चौकी के बगल में बने खुले नाले में जो घोड़ा को पशु विभाग के कर्मचारी द्वारा निकालने की कोशिश करी जा रही थी लेकिन वो उसे निकालने में असमर्थ दिखे तो चौकी में तैनात सिपाहियों ने हिम्मत दिखाते हुए कर्मचारियों के साथ मिलकर कड़ी मशक्कत के बाद घोड़े सकुशल बाहर निकाल दिया।
व्यापारियों ने करी पुलिस की तारीफ
त्रिपुला चौराहे पर स्थित मदर मार्बल के प्रोपराइटर बबलू यादव ,सुरेश मौर्य,मनोज मौर्य, कन्हिया मौर्य ने मीडिया को बताया कि जिस तरह से पुलिस ने बेजुबान की मदद करी हैं वो काबिले तारीफ़ है पुलिस द्वारा किये गए इस नेक कार्य से समाज मे अच्छा संदेश जाता हैं ।
खुला नाला हादसों को दे रहा न्योता
सड़क किनारे बने नाले में आये दिन हादसे हो रहे हैं कभी गाय गिर जा रही हैं तो कभीं घोड़ा यहाँ तक कई बार लोग भी इस खुले नाले में गिर कर चोटहिल हो रहे हैं लेकिन जिम्मेदार नगर पालिका के अधिकारी इस पर ध्यान नही दे रहे स्थानीय लोगो का कहना है कि इस नाले में अगर ढक्कन रख दिए जाएं तो घटनाएं रुक सकती हैं लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इस पर ध्यान नही दे रहे हैं अब देखने वाली बात ये होगी कि इस नाले के ऊपर ढक्कन रखवाये जाते भी है या हादसों के लिए ऐसे ही खुले पड़े रहेंगे।