चित्रकूट। जिलाधिकारी शेषमणि पांडे की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में गौशाला संचालन के संबंध में बैठक संपन्न हुई।
जिलाधिकारी ने नोडल अधिकारियों से कहा कि गौशालाओं पर स्वयं जाकर देखें और अपना एक कर्मचारी रखे संबंधित सचिव व प्रधान का मोबाइल नंबर भी रखें नोडल अधिकारियों का काम कमियां निकालना नहीं व्यवस्था में सहयोग करना है अगर कहीं गौशाला में कोई असुविधा होती है तो सचिव प्रधान के साथ नोडल अधिकारी की भी जिम्मेदारी होगी गोवंशो का स्वास्थ्य परीक्षण निरंतर होता रहे खंड विकास अधिकारी तथा सचिव समय से भुगतान कराएं जो प्रक्रिया है उसी के मुताबिक पत्रावली तैयार करके भुगतान समय से कराएं ताकि गोवंशो के भरण पोषण में कोई समस्या ना हो ।उन्होंने कहा कि किसी भी स्तर पर धनराशि का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए चारागाह व सरकारी जमीनों पर हरा चारा की बुवाई कराएं और गोवंशोको हरा चारा खिलाएं। गौशाला के संचालन में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होना चाहिए जिन गौशालाओं का अभी तक कार्य पूर्ण नहीं हुआ है। वह तत्काल पूर्ण करा लें और खंड विकास अधिकारी प्रतिदिन निरीक्षण अवश्य करें । मुख्यपशु चिकित्सा अधिकारी से कहा कि जिन जिन विकासखंड से ग्राम पंचायतों की निर्धारित प्रक्रिया के तहत पत्रावली भरण पोषण की प्राप्त हुई है, उनका भुगतान तत्काल कराएं ।उन्होंने सचिव से कहा कि अभिलेख दुरुस्त अवश्य रखें ।प्रॉपर चेक लिस्ट बनाकर कार्यों को कराएं और जानवरों की क्षमता के अनुसार अभी से भूसा की व्यवस्था अवश्य करें ।ताकि गर्मी के बाद बरसात के समय गोवंशो को किसी भी प्रकार की समस्या ना हो । उन्होंने सचिवो से कहा कि स्वच्छ भारत मिशन में शत-प्रतिशत कार्य चाहिए।
बैठक में उप जिलाधिकारी कर्वी अश्वनी कुमार पांडे ,जिला पंचायत राज अधिकारी राजबहादुर, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर के पी यादव सहित संबंधित अधिकारी व सचिव मौजूद रहे।