वाराणसी राजातालाब स्थित पंचक्रोशी पथ के ऐतिहासिक संगम तालाब का अवलोकन किया और इस तालाब में अतिक्रमण, गंदगी और बरसाती जल की आवक एवं ठहराव की स्थिति का जायजा लिया.
नवागत एसडीएम राजातालाब गिरीश कुमार द्विवेदी पहले ही दिन एक्शन में नजर आएं. वह उक्त तालाब का औचक निरीक्षण को लेकर चर्चा में हैं. वह पारम्परिक जलस्त्रोत का निरीक्षण करने पहुंचे. जहां एसडीएम ने आराजीलाईन ब्लाक के कचनार गाँव स्थित संगम तालाब का अवलोकन किया और इस तालाब में हुए अतिक्रमण, गंदगी और बरसाती जल की आवक एवं ठहराव की स्थिति का जायजा लिया.
उन्होंने कहा कि यह ऐतिहासिक तालाब पूर्व में ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल आवश्यकता की पूर्ति के महत्वपूर्ण साधन थे. इस तालाब के कैचमेंट एरिया में अतिक्रमण चिन्हित किए जाएंगे, जिससे बरसाती जल इन तालाबों तक पहुंच सके. एसडीएम को स्थानीय नागरिकों ने बताया कि इन तालाबों में बरसाती जल का ठहराव नहीं हो पाता है और आसपास के लोगों दुकानदारो का कचड़ा, अवजल इस तालाब में गिरने से तालाब का अस्तित्व संकट में है।
इस संबंध में उन्होंने जलग्रहण के लिए तहसील और ब्लाक कर्मियों को संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए जल ठहराव नहीं होने के कारणों की जांच करने के निर्देश दिए. साथ ही कहा कि इसके लिए प्रभावी कार्ययोजना बनाई जाए. जिससे बरसाती जल का संरक्षण सुनिश्चित किया जा सके. उन्होंने इस तालाब के ऐतिहासिक परिपेक्ष्य और उपयोगिता की जानकारी ली. इस दौरान ग्राम प्रधान प्रतिनिधि विजय पटेल, सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता, क़ानूनगों रामेश्वर तिवारी, पंचायत सचिव दीपक शर्मा, लेखपाल रामरेखा, कृष्णा प्रसाद जायसवाल, फूलचंद्र सोनकर, मनोज पटेल, मंगरू, चंदन आदि लोग उपस्थित थे।
धन्यवाद
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राजकुमार गुप्ता
वाराणसी
एसडीएम ने किया राजातालाब के ऐतिहासिक संगम तालाब का अवलोकन
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