कैबिनेट मंत्री और बीजेपी दिग्गज़ Nitin Gadkari ने अपने मन की बात कहते हुए कहाकि- जिन्हें बड़ा समझते रहे, वो बहुत छोटे निकले।
नितिन गडकरी ने कहाकि उनका अनुभव रहा है कि जिन लोगों को वह हमेशा ‘बड़ा’ समझते थे, उन्हें करीब से देखने पर वे ‘बहुत छोटे’ निकले। गडकरी (Nitin Gadkari) ने आगे कहाकि दिल्ली का पानी अच्छा नहीं है. उन्होंने महाराष्ट्र को दिल्ली से बेहतर बताया।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी अपनी चुटीले अंदाज से अक्सर किसी न किसी को निशाना बना लेते हैं। शनिवार को एक बार फिर गडकरी का यह वही अंदाज दिखा।
महाराष्ट्र में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने दिल्ली के अनुभव को सुनाते हुए कहाकि उनका अनुभव यह रहा है कि जिन लोगों को वह बहुत ‘बड़ा’ समझते थे, उन्हें करीब से देखने पर वे ‘बहुत छोटे’ निकले। गडकरी यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहाकि उन्होंने महाराष्ट्र, दिल्ली से कहीं बेहतर है।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता (Nitin Gadkari) ने यहां एक कार्यक्रम में एक मित्र के साथ हुई बातचीत का जिक्र किया। गडकरी ने कहा कि जब उन्हें अपनी पार्टी का अध्यक्ष चुना गया था, तब वह दिल्ली में रहते थे। उन्होंने मुस्कुराते हुए व्यंग्यात्मक लहजे में कहाकि दिल्ली का पानी अच्छा नहीं है। उन्होंने कहाकि महाराष्ट्र बहुत अच्छा है। मुंबई बहुत अच्छी है। उनकी इन बातों पर श्रोताओं ने जबर्दस्त ठहाके लगाये। गौर करें तो गडकरी 2009 से 2013 तक बीजेपी के अध्यक्ष थे।
बीजेपी नेता ने कहाकि मैंने (Nitin Gadkari) अपने दोस्त को यह भी बताया कि जिन लोगों को मैं कद्दावर मानता था, जब मैं उनके करीब गया, तो मुझे एहसास हुआ कि वे उतने कद्दावर नहीं थे, जितना मैंने सोचा था। वे छोटे थे। और जिन्हें मैं छोटा समझता था… जब मैं उनके करीब गया तो पाया कि वे कद्दावर थे। यह मेरे जीवन का अनुभव रहा है। अब नितिन गडकरी के इस तंज पर लोग कयास लगा रहे हैं।