काव्यदीप संस्था ने बाँदा के युवा आलोचक डॉ. नीरज कुमार मिश्र को किया गया सम्मानित

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नव वर्ष के उपलक्ष्य में उत्तर प्रदेश के हापुड़ में काव्यदीप साहित्यिक संस्था ने 8 जनवरी को काव्योत्सव का आयोजन किया । इस भव्य आयोजन में हापुड़ के अलावा अन्य जनपदों से भी कवि,ग़ज़लकार, गीतकार और अन्य विधाओं के साहित्यकार शामिल हुए।

बाँदा जनपद के अछरौंड़ ग्राम के किसान राजेंद्र देव मिश्र के घर जन्में युवा आलोचक डॉ.नीरज कुमार मिश्र को इस आयोजन में अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था।8 जनवरी को युवा आलोचक नीरज मिश्र का जन्मदिन होने की वजह से काव्यदीप साहित्यिक संस्था ने उनका जन्मदिन केक काटकर भव्यता के साथ मनाया।जन्मदिन के अवसर पर उन्हें पुष्प और अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया।इनके बाबा स्व. विष्णुदेव मिश्र बाँदा के चर्चित कवियों में थे।साहित्य का संस्कार उन्हें उनके बाबा जी से मिला।

डॉ. नीरज कुमार मिश्र साहित्य के क्षेत्र में बहुत सक्रिय हैं।उनकी अब तक 3 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं।अनेक महत्त्वपूर्ण संपादित पुस्तकों में उनके लेख शामिल हैं।देश की प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में लेख और समीक्षाएँ प्रकाशित हैं। “कविता में किसान” अभी हाल में ही उनकी पुस्तक प्रकाशित हुई है, जिसकी चर्चा देश भर में है। इस समय वह दिल्ली विश्वविद्यालय के श्यामलाल महाविद्यालय (सांध्य) के हिंदी विभाग में सेवा दे रहे हैं।

डॉ. नीरज कुमार मिश्र ने काव्यदीप संस्था की पूरी टीम के साथ विशेषरूप से हापुड़ की प्रसिद्ध कवियत्री कमलेश त्रिवेदी फर्रुखाबादी का तहेदिल से शुक्रिया करते हुए कहा कि मैं आज बहुत भावुक महसूस कर रहा हूँ।अपने अनुभव को व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं।आपने और आपकी संस्था ने जिस तरह से मेरा सम्मान किया है,उससे मैं अंदर तक भीग गया हूँ।ऐसे सम्मान साहित्यिक जिम्मेदारी को और बढ़ाते हैं। रिपोर्ट- राकेश कुमार अग्रवाल

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