रायबरेली। क्षेत्र के मोन गांव स्थित सुप्रसिद्ध बाबा ओरीदास तपोस्थली पर बसंत पंचमी से मेला आरंभ हो गया है।इस बार तीन दिवसीय मेले का आयोजन किया गया है। यह मेला 26 जनवरी से 28 जनवरी तक चलेगा।
मालूम हो कि इस मेले में दुर दराज से व्यापारी, झूला, सर्कस आदि आते है। मेले के पहले दिन उपजिलाधिकारी धीरज श्रीवास्तव वह तहसीलदार अनिल कुमार पाठक ने टीम के साथ पहुंच कर मेले की तैयारियां का जायजा लिया।
इस दौरान हल्का दरोगा, लेखपाल व विकास खण्ड के सफ़ाई कर्मचारियों को व्यवस्थाएं दुरुस्त बनाए रखने के निर्देश भी दिए। मेले की शुरुआत स्वतंत्रता सेनानी ललित त्रिवेदी के द्वारा श्रंगार पूजन व वर्तमान ग्राम प्रधान श्रीमती श्याम कला सहित आयोजकों द्वारा तपोस्थली पर हवन पूजन एवं कन्या भोज कर किया गया।
पहले दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर दर्शन किया। लोगो के अनुसार इस मेले में सबसे अधिक लकड़ी से बनी वस्तुओं की ब्रिकी होती है। स्थानीय पुलिस एवं स्थानीय ग्रामीणों की देखरेख में यह मेला हर साल सकुशल सम्पन्न कराया जाता है।
मेले के पहले दिन आयोजित दंगल प्रतियोगिता में लखनऊ, बांदा, उन्नाव, रायबरेली, लखीमपुर सहित अन्य जिलों के प्रदेश स्तरीय पहलवानों की कुश्ती प्रतियोगिता आयोजित हुई। जिसमें, फाइल कुश्ती जीतकर लखनऊ के मोहित पहलवान चैंपियन बनें। दंगल में क्षेत्र के चंदन पहलवान सलेथू, भदोखर के मान्धाता, उन्नाव के अदनान आदि पहलवानों का प्रदर्शन भी सराहनीय रहा।
प्रति वर्ष बसंत पंचमी पर लगने वाले इस मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। इस मेले में लकड़ी, लोहा, स्टील वह मिट्टी से बनें बर्तनों की जमकर खरीद दारी भी करते हैं।
गृहोपयोगी वस्तुओं के साथ साथ मनोरंजन के लिए भी मेले में सर्कस, झूला, मौत का कुआं जादूगर आदि अन्य प्रांतों से कई दिन पहले ही आकर अपना प्रचार प्रसार शुरू कर देते हैं जिससे लोगों की लालसा और बढ़ जाती है।
- अशोक यादव एडवोकेट