सतर्कता: डॉक्टर्स व मेडिकल स्टॉफ अब खुद को करेंगे क्वॉरंटीन

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जाँच करते मेडिकल व् डॉक्टर्स स्टाफ
कौशाम्बी| मुख्यालय स्थित संयुक्त जिला अस्पताल में कोरोना के संभावित मरीजों की जाँच में लगे डॉक्टर्स व् मेडिकल स्टाफ अब घर नहीं जा सकेंगे। रविवार को शासन आये निर्देशों के क्रम में कोरोना वैरियर्स मेडिकल स्टाफ क्वेरेन्टाईन होम में रहेंगे। जिला प्रशासन ने एतिहातन उठाये गए कदम के अनुसार तीन सुविधा युक्त शेल्टर होम चिन्हित कर लिया है। 
 
गौरतलब है कि Covid 19 वाइरस की महामारी को देखते हुए सुरक्षा के सारे मानक अपनाने में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। बड़ी संख्या में घर पहुंच रहे लोगो व् जमातियों के कारण बढ़ रहे कोरोना के संभावित मरीजों की जाँच तेज कर दी गई है। वाइरस किसी भी हालत में महामारी का रूप लेकर बड़ी जनहानि का कारण न बन जाय। इसको लेकर शासन ने नई गाइड लाइन जारी की है।  
 
नए नियमो को अनुसार अस्पताल में तैनात डॉक्टर्स व् मेडिकल स्टाफ अब अपने परिजनों से नहीं मिल सकेंगे। उन्हें घर जाने से पहले खुद को 14 दिन के लिए क्वेरेन्टाईन रहना होगा। सरकार ने प्रतिबन्ध नियमावली केवल जिला अस्पताल में तैनात डॉक्टर्स व् मेडिकल स्टाफ के लिए ही फिलहाल लागू की है। मौजूदा समय में जिला अस्पताल में कोरोना संभावित मरीजों की जाँच में तैनात तकरीबन आधा दर्जन डाक्टर व् डेढ़ दर्जन मेडिकल स्टाफ तैनात है। जिनको अब मंझनपुर के अजहर प्लाजा, तमन्ना गेस्ट हॉउस, व् डाक्टर रिज़वी कॉलेज के गेस्ट हॉउस में रहना होगा। 
 
सीएमएस डॉ दीपक सेठ ने बताया कि जिला प्रशासन ने रविवार को एक पत्र प्राप्त हुआ है। जिसमे स्पस्ट निर्देश है कि कोरोना के संभावित मरीजों की जाँच में लगाए गए डाक्टर व् मेडिकल स्टाफ को सुरक्षा करने से घर जाने के स्थान पर उनके लिए बनाये गए क्वेरेन्टाईन सेंटर में रहना होगा। जिस भी डाक्टर या मेडिकल कर्मी को घर जाना है उन्हें 14 दिनों तक खुद को इन्ही निर्धारित सेंटर में रहकर खुद को क्वेरेन्टाईन करना होगा। 
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