विविधता और सृजनशीलता के गुण शिक्षक की पहचान – जयराम सिंह

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पद्मभूषण रहे रामयत्न शुक्ल के पुत्र डॉ रामाश्रय शुक्ला का विदाई समारोह संपन्न

वाराणसी। पद्मभूषण तथा संस्कृत के प्रकांड विद्वान रामयत्न शुक्ला के पुत्र डॉ रामाश्रय शुक्ला को राजकीय इंटर कॉलेज जक्खिनी में समारोह पूर्वक विदाई दी गई।

डॉ रामाश्रय शुक्ला यहां पर प्रधानाचार्य थे और पिछले दिनों अवकाश ग्रहण कर लिए। विदाई समारोह को संबोधित करते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक जयराम सिंह ने कहा कि शिक्षक विविध गुणों से परिपूर्ण होता है। इन गुणों को वह अपने छात्रों में रोपित करता है।

उन्होंने कहाकि विविधता और सृजनशीलता शिक्षक की पहचान है।वह योग्य छात्रों को योग्यतम के साथ साथ समाज का एक विशिष्ट नागरिक भी बनाता है। शिक्षक राष्ट्र निर्माण में सहयोग करता है।

जयराम सिंह ने कहा कि डॉ रामाश्रय शुक्ला ने राजकीय इंटर कॉलेज जक्खिनी को नई ऊंचाइयां दी।इनके कार्यकाल में यहां छात्र संख्या सिर्फ दूनी ही नहीं हुई बल्कि उसके भी आगे पहुंची।उनके समर्पण का ही नतीजा रहा कि विद्यालय का शैक्षणिक वातावरण और विद्यालय परिसर दोनों बेहतर हो सका।

पूर्व प्रधानाचार्य डॉ रामाश्रय शुक्ला ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन काल में जो कुछ सीखा था उसे समर्पण भाव से देश के नौनिहालों को दिया। कहा कि विद्यालय को अच्छा बनाने में शिक्षक और क्षेत्रीय अभिभावकों का भी सहयोग रहा।

उन्होंने अपने छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि छात्रों ने उनके निर्देशों को सुना और स्वीकारा यही उनके लिए स्मृति भरा भेंट है।कहा कि बच्चे विद्यालय की शोभा होते हैं यहां पढ़ने वाले बच्चों को आशीष देते हुए उन्हें देश के लिए यश और कीर्ति फैलाने का आशीर्वाद दिया।

इस अवसर पर समारोह को राजकीय इंटर कॉलेज रामनगर के प्रधानाचार्य प्रभाष झा, राजकीय क्वींस कॉलेज के प्रधानाचार्य बृजेश सिंह, मालवीय इंटर कॉलेज शाहंशाहपुर के प्रधानाचार्य मुशर्रफ, राजकीय इंटर कॉलेज जक्खिनी के प्रधानाचार्य रमेश, शिक्षक वहीद खान नंदलाल गौड़ ने भी संबोधित किया।

विदाई समारोह में पवन विद्यावती देवी,ओम प्रकाश,गोपीनाथ यादव,जय श्री,मनोज, दिनेश सहित अन्य विद्यालयों के शिक्षक व प्रधानाचार्य उपस्थित रहे।

राजकुमार गुप्ता

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