पैमाइश हुई तो चकरोड हो गया ज़िंदा, दबंगों ने मनरेगा से हो रहा निर्माण कार्य रोका

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  • 40 साल से जोत रहे काश्तकार नहीं छोड़ रहे कब्जा

  • पैमाइश के बाद शुरू कराया निर्माण बीच में ही ठप

वाराणसी। आराजीलाईन ब्लाक के बहेड़वा गांव के दबंग काश्तकार सालों से चकमार्ग की सरकारी भूमि को खेत में मिलाकर फसलें उगा रहे हैं। लेकिन ग्रामीण आम रास्ते पर अवैध कब्जा के कारण तमाम परेशानियों का सामना कर रहे हैं।

ग्रामीणों के शिकायत पर ग्राम प्रधान संजय कुमार ने लेखपाल से पैमाइश कराकर चकमार्ग का मनरेगा मज़दूरों से मिट्टी डलवा कर निर्माण कार्य शुरू करा दिया तो कब्जाधारियों ने उसे बंद करा दिया। प्रधान ने अब इस दशकों पुराने विवाद के पटाक्षेप के लिए ब्लाक, तहसील और जिला प्रशासन से मदद मांगी है।

ग्राम पंचायत बहेड़वा में चकरोड़ का विवाद बहुत पुराना है। दबंग ग्रामीणों ने चकरोड़ को खेतों में मिलाकर उसका अस्तित्व ही समाप्त कर दिया है।

स्थानीय ग्रामीणों की मांग पर प्रधान ने विगत दिवस 40 साल पुराने इस चकमार्ग (चकरोड़़) का विवाद सौहार्दपूर्ण ढ़ग से सुलझाते हुए राजस्व विभाग से पैमाइश कराने के बाद मनरेगा मजदूरों से मिट्टी डालने की शुरुआत करा दी।

मजदूर लगभग पच्चीस मीटर निर्माण कर भी चुके थे। लेकिन कब्जाधारी काश्तकारों ने आपत्ति जताते हुए मिट्टी को पुनः अपने खेत में मिलाकर कार्य बंद करा दिया। यह अलग बात है कि ग्रामीण लंबे समय से इस संबंध में अधिकारियों से शिकायत कर रहे थे कि चकमार्ग को अवैध कब्जों से मुक्त कराकर जिंदा किया जाए, जिससे बच्चे स्कूल पढ़ने जा सकें।

अन्य काश्तकार वाहनों को अपने खेतों पर ले जा सकें। संयोग से हुआ भी यही पैमाइश हुई तो कागजों से निकलकर मृतप्रायः चकरोड धरातल पर आकार लेकर जिंदा हो गया।

लेकिन विवाद है कि समाप्त होने का नाम ही नहीं ले रहा। इधर खंडविकास अधिकारी राजेश यादव का कहना है कि इस मामले में रोजगार सेवक ने जानकारी दी है, लेकिन अभी मौके पर नहीं जा पाया हूं, स्थिति देखकर प्रकरण का निस्तारण किया जाएगा।

काश्तकारों के विरोध के चलते काम बंद: प्रधान

ग्राम पंचायत बहेड़वा के प्रधान का कहना है कि उपरोक्त विवादित चकरोड़ की पैमाइश हो चुकी है। रोजगार सेवक की देखरेख में मनरेगा मजदूर लगभग पच्चीस मीटर तक मिट्टी भी डाल चुके हैं। लेकिन कुछ काश्तकारों के विरोध के चलते काम बंद करा दिया गया है।

पूरे प्रकरण की जानकारी ब्लाक, तहसील और जिला स्तर पर संबंधित अधिकारियों को दे दी गई है। अब पुलिस-प्रशासन की देखरेख में ही कार्य कराया जाएगा।

इस बावत गाँव के सामाजिक कार्यकर्ता आकाश कुमार गोंड ने थानाध्यक्ष मिर्जामुराद आनंद कुमार चौरसिया को तहरीर देकर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की माँग करते हुए चकरोड का निर्माण कार्य जारी रखने की माँग की है। और पूरे प्रकरण की एंटी भूमाफ़िया पोर्टल पर शिकायत कर चकरोड का निर्माण कार्य जारी रखने की माँग की जाएगी।

राजकुमार गुप्ता

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