Dharma Yadav Collie: जब से राहुल गांधी कुली बने हैं. सियासी बाजार में कुली काफी चर्चा में हैं. अबकी बार सुरक्षा गार्डों वाला कुली चर्चा में है। बता दें कि राहुल गांधी ने दिल्ली के आनंद विहार स्टेशन पर कुलियों के बीच पहुंचे और सिर पर बैग उठाया. इसके बाद से वो चर्चा में आ गए. बीजेपी की ओर से उन पर भी लगातार तंज भी किया गया. लेकिन, आपको यहां पर दुसरे कुली के बारे में बता रहे हैं.
ये कुली अपने साथ 2-2 बॉडीगार्ड रखता है. हम बात कर रहे टना के एक कुली धर्मा की. इनको लोग कुली नंबर 1 के नाम से भी जानते हैं. अब धर्मा यादव सुर्खियां में हैं. वो भले ही लोगों का सामान उठाते हैं लेकिन उनको सरकार की तरफ से खास सुरक्षा मुहैया कराई गई है.
ये सिक्योरिटी ऐसी ही नहीं मिली. उन्होंने ऐसा काम किया कि उनको जान से मारने की धमकी भी मिली. जिसके बाद सरकार ने उन्हें सिक्योरिटी दी. हालांकि, उनका काम जानकर आपको भी उन पर गर्व होगा. आपको बता दें कि ये मामला 2013 का ही है.
यानी 10 साल पहले 27 अक्टूबर 2013 को पटना गांधी मैदान में सीरियल बम ब्लास्ट हुआ था. इसके मुख्य गवाह बने कुली धर्मा यादव. जिसके बाद धर्मा यादव ने आतंकवादी इम्तियाज अहमद को गिरफ्तार करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. यानी सीरियल ब्लास्ट के आरोपी को उनकी वजह से पकड़ा गया.
इस बम ब्लास्ट के निशाने पर त्कालीन गुजरात के सीएम और मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थे. उन्होंने बताया कि वो रोज का काम कर रहे थे और उनका दिन रोज की तरह ही बीत रहा था. इसी दौरान इम्तियाज अहमद नाम के शख्स की गतिविधियों को देखकर उसे शक हुआ। उन्होंने तुरंत ही उसका पीछा किया और फिर जान की बाजी लगा पकड़ लिया और उसे जीआरी के हवाले कर दिया.
अब लगभग 10 साल बाद कानूनी लड़ाई के बाद बिहार सरकार ने उन्हें सिक्योरिटी दी है. इसके बाद उन्हें पाकिस्तान से भी धमकी भर कॉल आए थे. इन कॉल के जरिए उन्हें जान से मारने की भी धमकी दी गई. सरकारी गवाह से हटने के लिए बदले 50 लाख तक देने की बाद हुई थी.
लेकिन देशभक्त धर्मा यादव पीछे नहीं हटे और सरकार से सुरक्षा की गुहार लगाई. अब जाकर उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई गई. अब जब वो सामान लेकर चलते हैं तो उनके साथ सुरक्षाकर्मी भी चलते हैं. जिस वजह लोगों की दिलचस्पी उनकी कहानी जानने को लेकर हो जाती है.