आखिर लापरवाह शिक्षकों को बचाने में क्यों लगे हैं खण्ड शिक्षा अधिकारी

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डलमऊ, रायबरेली। स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के दिन अपने स्कूल में गैर हाजिर रहे लापरवाह शिक्षकों पर खंड शिक्षा अधिकारी मेहरबान हो गए हैं। कार्रवाई के नाम पर नोटिस देने के बाद मामले में सेटिंग का खेल शुरू कर दिया है ।लापरवाह शिक्षकों पर कार्रवाई के बजाय उन पर मेहरबान हो गए हैं।

आपको बता दे कि बीते एक अक्टूबर को शासन व विभाग के निर्देश पर सभी परिषदीय विद्यालयों को खोले जाने के निर्देश दिए गए थे जिसमें स्वच्छता के साथ एमडीएम परोसा जाना था लेकिन विकासखंड दीन शाह गौरा के प्राथमिक विद्यालय जलालपुर धई में तैनात प्रधानाध्यापक व सभी सात शिक्षक गैर हाजिर थे और पूरे समय विद्यालय में ताला लटकता रहा मामला सुर्खियों में आने के बाद खंड शिक्षा अधिकारी गौरा के के त्रिपाठी हरकत में आए और खुद स्वीकार किया कि विद्यालय बंद था।

कार्रवाई के नाम पर अध्यापकों को नोटिस जारी की गई और तीन दिन में जवाब मांगा गया लेकिन नोटिस जारी होने के बाद सेटिंग गेटिंग में मशहूर खंड शिक्षा अधिकारी शिक्षकों पर मेहरबान हो गए और उन्हें बचाने के पूरे प्रयास में लग गए विद्यालय पहुंच कर जांच पड़ताल की लेकिन अभी तक शिक्षकों पर कोई कार्रवाई नहीं हो सकी करवाई की जानकारी लेने के नाम पर खंड शिक्षा अधिकारी का फोन उठाना बंद हो गया। हालांकि मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।

बुधवार को मामला जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शिवेंद्र प्रताप सिंह के संज्ञान में आने के बाद एक बार फिर शिक्षकों पर कार्रवाई की तलवार लटकनी शुरू हो गई है बीएसए का कहना है कि यदि विद्यालय बंद था तो लापरवाह शिक्षकों पर जांच कर कार्रवाई अवश्य की जाएगी खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा जारी की गई नोटिस के बाद क्या कार्रवाई हुई इस पर खंड शिक्षा अधिकारी से बात कर विधि कार्रवाई होगी।

  • विमल मौर्य
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