वाराणसी: राजातालाब , केन्द्र की मोदी सरकार ने यह फैसला लिया था कि शहर की तर्ज पर अब गाँव भी स्मार्ट गाँव बनेगें जिससे गाँव के लोगों को बेहतर व्यवस्थाएँ मिलेगी नाली खड़ज्जे बेहतर बनेगें स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांवों को भी साफ रखा जायेगा और सुन्दर बनाया जायेगा लेकिन अफसरों की मनमानी की वजह से ऐसा होता नहीं दिखाई दे रहा है।
स्मार्ट गाँव तो दूर गांवों में लगने वाले स्वच्छ भारत मिशन के तहत डस्टबिन भी नदारद है। गांवों में कूड़े घर तक नहीं बन पाए हैं। गाँवो में जगह जगह पर गंदगी का अम्बार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के ब्लॉक आराजीलाईन के राजातालाब इलाक़े के गांवों तो एक नजीर भर है प्रदेश में सभी गांवों की स्थिति बद से बद्तर है। गांवों में बने तालाबों को ग्रामीणों द्वारा कूड़ा डाल डाल कर पाटा जा रहा है तालाबों की साफ सफाई तक वर्षों से नहीं हुई बरसात के पानी के संचय के लिए भीषण समस्या उत्पन्न होगी।
लेकिन अधिकारियों को इससे कोई सरोकार भी नहीं है। अधिकारी केवल आफिस में बैठकर कुर्सी तोड़ रहे हैं जमीनी हकीकत जानने का उनके पास समय तक नहीं है कचनार और रानी बाज़ार गांव में धार्मिक महत्ता के पंचक्रोशी पथ और रथयात्रा मार्ग सहित हाईवे रोड पर गंदगी का ढेर पड़ा है, नालियाँ बजबजा रही है। राजातालाब तहसील और ब्लाक मुख्यालय से सटे लगभग ज्यादातर तक गांवों की स्थिति यही है।
कचनार गाँव में भी पंचक्रोशी मार्ग के किनारे स्थित संगम तालाब में ग्रामीणों द्वारा लगातार कूड़ा फेंका जा रहा है जिससे तालाब में भीषण गन्दगी का अम्बार लगा है। तालाब भी धीरे धीरे पट रहा है लेकिन इस पुराने तालाब को बचाने वाला कोई भी नहीं है और आने वाले समय में जल संचय की भारी किल्लत उठानी पड़ सकती है। पेयजल के लिए जल जीवन मिशन का कार्य भी अधूरा है पुरानी पाइपलाइन भी नए पाइपलाइन डालने के दौरान तीन माह पहले कई जगह पंचक्रोशी मार्ग पर ध्वस्त हो जाने से पेयजल मार्ग पर बह रहा है और यहाँ के ग्रामीणों में पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है।
रिपोर्ट – राजकुमार गुप्ता
पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र के इस इलाक़े में ना पीने को शुद्ध जल और ना ही साफ सफाई और जरूरी सुविधाएं तो कैसे बनेंगे स्मार्ट गांव
Click