अज्ञात कारणों से लगी आग से गरीब की गृहस्थी जलकर हुई राख

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ग्रामीणों ने घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पाया काबू।
आगजनी में 4 वर्षीय मासूम आंशिक रुप से झुलसा।


लालगंज (रायबरेली) , बीती रात को थाना क्षेत्र के एक गांव में अज्ञात कारणों से छप्पर में अचानक लगी आग से गरीब की गृहस्थी लपटों की भेंट चढ़ गई।ग्रामीणों ने घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इस दौरान आग बुझाते समय एक चिंगारी 4 साल के मासूम के गाल पर गिर गई,इससे वह आंशिक रूप से झुलस गया। थाना क्षेत्र के पूरे परगहिन मजरे चक चोरइहा गांव के रहने वाले कमल कुमार पुत्र महादेव परिजनों के साथ छप्पर के नीचे रहकर गुजर बसर करते हैं। बीती रात को छप्पर में अचानक आग लग गई,इससे अपरा तफरी मच गई। आग की लपटों को देख ग्रामीण मौके पर पहुंचे और आग की लपटों से जूझने लगे लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।कमल का राशन,कपड़े आदि आग की भेंट चढ़ गए। आग बुझाने में एक चिंगारी पास में खड़े 4 साल के मासूम के गाल पर गिर गई,इससे वह आंशिक रूप से झुलस गया,उसको घरेलू उपचार कर दिया गया है। वहीं पीड़िता माया पत्नी कमल कुमार की मानें तो 10 हजार नगदी समेत आगजनी से उसका घर गृहस्थी का सारा सामान जलकर राख हो गया है।

छप्पर के नीचे गुजर बसर करने को मजबूर परिवार,नहीं मिला पीएम आवास योजना का लाभ

गरीब और जरूरतमंद परिवारों के लिए केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री आवास योजना धरातल पर काम कर रही है। इस योजना के अंतर्गत पात्र व्यक्तियों को पीएम आवास योजना का लाभ दिया जा रहा है। जबकि पीएम आवास योजना की प्रक्रिया डूडा विभाग,नगर पालिका और प्रशासनिक लेखपाल के सत्यापन के बाद पूरी होती है। वहीं,दूसरी ओर पीएम आवास योजना से जुड़े कुछ ऐसे मामले भी सामने आए हैं,जहां पर पात्र होते हुए भी पीएम आवास पात्रता सूची से या तो बाहर कर दिया गया है या फिर अभी तक उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिल पाया। मामला लालगंज तहसील के पूरे परगहिन मजरे चक चोरहिया का ही है,जहां बीती रात अज्ञात कारणों से लगी आग ने आशियाने को जलाकर राख कर दिया। बताते चलें कि छप्परनुमा आशियाने में छोटे-छोटे बच्चों के साथ कमल कुमार पुत्र महादेव का परिवार रहने को मजबूर हैं। पात्र होते हुए भी यह परिवार पीएम आवास योजना से वंचित है,इस परिवार को पीएम आवास योजना के साथ ही अन्य सरकारी योजनाओं का भी लाभ नहीं मिल पाया,जो कि भाजपा सरकार की लागू योजनाओं को सच्चाई का आइना दिखाने के लिए पर्याप्त है।

रिपोर्ट- संदीप कुमार फिजा

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