कहां शंख और वाद्य यंत्र से अधिकारियों को होने लगा खतरा

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सलोन रायबरेली-बीजेपी शासन काल मे सलोन के प्रशासनिक अधिकारियों को शंख और वाद्य यंत्र बजने से खतरा महसूस हो रहा है।जलाभिषेक की अनुमति से पूर्व शिव भक्तों को पाबंद करते हुए शंख बजाने पर कठोर कार्यवाही की चेतावनी दी गई है।प्रशासन का तुगलगी फरमान ऐसे समय आया है,जब लोक सभा चुनाव बिल्कुल करीब है।और बीजेपी के पक्के वोटरों पर प्रशासन का चाबुक चला है।सलोन कस्बे में शिव बारात निकालने को लेकर नागार्जुन प्रसाद गुप्ता समेत अन्य लोगो ने प्रशासन से अनुमति मांगी थी।लेकिन कानून व्यवस्था और पूर्व आदेश का हवाला देकर प्रशासन ने अनुमति नही दी थी।जिसके बाद शिव भक्तों ने सांसद और विधायक से शिकायत कर अनुमति दिलाने की मांग की थी।अधिवक्ता और बीजेपी नेता इंद्रेश द्विवेदी ने बताया सांसद जी के दखल के बाद जिला प्रशासन ने शिव कार्यक्रम को भव्य तरीके से करने के निर्देश दिए थे।लेकिन एसडीएम ने गुरुवार देर रात एक ऐसा आदेश जारी कर दिया जिससे शिव भक्त हक्क बक्का रह गए।नागार्जुन प्रसाद गुप्ता ने बताया कि एसडीएम ने देर रात बुलाकर मात्र नौ लोगो को जलाभिषेक करने की अनुमति दी थी।उन्होंने बताया कि एसडीएम ने बम भोले के जयकारे,शंख ढोल,और घण्टी बजाने पर आपत्ति जताई थी।और कहा था कि अगर निर्देश के बावजूद अनुपालन नही किया गया तो कार्यवाही को तैयार रहने की चेतावनी दी थी।शुक्रवार को पुलिस के कड़े पहरे में नगर पंचायत अध्यक्ष चन्द्रशेखर रस्तोगी,नागार्जुन,इंद्रेश,शुभम आदि नौ शिव भक्तों ने शिव मंदिर में जलाभिषेक कर प्रशासन की कार्यवाही पर नाराजगी जताई है।वही स्थानीय लोगो का कहना है कि इस तरह की पाबन्दी क्षेत्रीय प्रशासन ने करके शिव भक्तों के साथ अन्याय किया है।इसका खामियाजा भाजपा को लोकसभा चुनाव में उठाना पड़ सकता है।इस सम्बंध जब दूरभाष पर एसडीएम आशुतोष राय से सम्पर्क साधा गया तो उन्होंने फोन नही रिसीव किया।

आशीष कुमार रिपोर्ट

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