रामानुज आश्रम में भगवान कृष्ण का मनाया गया 5252 वां जन्मोत्सव

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रामानुज आश्रम में भगवान श्री कृष्ण का 5252 वां  जन्मोत्सव भाद्रपद कृष्ण पक्ष की अष्टमी अष्टमी से लेकर जया एकादशी तक धूमधाम से मनाया गया।
इस अवसर पर धर्माचार्य ओम प्रकाश पांडे अनिरुद्ध रामानुजदास ने पूजन अर्चन करने के पश्चात कहा कि माता अदिति और पिता कश्यप को दिए हुए वचन को पूर्ण करने के लिए ठीक 12:00 बजे रात्रि अष्टमी तिथि रोहिणी नक्षत्र दिन वृष लग्न और वृष के चंद्रमा दिन बुधवार 18 जुलाई 3228 ईसा पूर्व आपने कंस के कारागार में माता देवकी के गर्भ से प्रकट होकर वसुदेव जी के द्वारा नंद बाबा के घर गोकुल में यशोदा जी के पास पहुंच गए। इसी समय यशोदा जी ने एक बालिका को जन्म दिया था। उसे ले आए कंस मारना चाहा तो वह छूट कर आकाशवाणी करते हुए निकल गई है। कंस तुझे मरने वाला गोकुल में प्रकट हो चुका है और वहां से आकर आप विंध्याचल में निवास करने लगीं।

आपका जीवन संघर्षों से भरा हुआ था। जीवन भर एक भी क्षण ऐसा नहीं था जब आपको शांति मिली हो। हर मोड़ पर आपके सामने चुनौतियां थी। जिसको आप बड़ी जिम्मेदारी की भावना के साथ हर चीज और हर किसी का सामना किया और फिर अनासक्त रहे। अपने बकासुर आपने पूतना बकासुर अघासुर कंस चाणूर शिशुपाल और वक्र दंत का उद्धार किया।आप अकेले एक मात्र व्यक्ति हैं जो अतीत और भविष्य को जानते थे फिर भी वह हमेशा वर्तमान क्षण में रहते थे। आपका जीवन वास्तव में हर व्यक्ति  के लिए एक उदाहरण है। 125 वर्ष आठ माह और 7 दिन तक आप इस धरा धाम पर रहे। गीता जैसे महान ग्रंथ का कुरुक्षेत्र के युद्ध के मैदान में खड़े होकर आपने गायन किया। जो सनातन धर्म का प्राण है। सनातन धर्म जैसा कोई धर्म नहीं गीता जैसा कोई ग्रंथ नहीं गंगाजल जैसा कोई पवित्र जल नहीं है।भक्तों की रक्षा के लिए मथुरा छोड़कर आप द्वारिका पुरी पहुंच गए, इसीलिए आपका नाम रणछोड़ पड़ा। आपको महायोगेश्वर कहा गया है आप सोलहवों कलाओं से परिपूर्ण थे।

इस अवसर पर आचार्य पंडित कृपा शंकर शुक्ला ज्योतिषाचार्य, आचार्य गोकर्ण पांडे ,आचार्य कमलेश मिश्रा, आचार्य दिवाकर मिश्रा, आचार्य श्यामलाल पांडे, आचार्य श्रीकांत पांडे, कथा व्यास आचार्य पंडित वियोगी शुक्ला, र आचार्य रोशन तिवारी, आचार्य संतोष पांडे और आचार्य चंद्रिका प्रसाद शुक्ला को नारायणी रामानुज दासी तथा विश्वम प्रकाश पांडे व इं पूजा पांडे के द्वारा अंगवस्त्रम छत्र पादुका और शर्करा से भरा हुआ जल पात्र प्रदान कर सम्मानित किया।

गायक कलाकार रवि मिश्रा बलदाऊ भैया आशुतोष पांडे हिमांशु मिश्रा अनीता पांडे आदमी रात्रि जागरण करते हुए सोहर एवं  भजनों का रसास्वादन कराया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से देवेंद्र ओझा एडवोकेट ,रामचंद्र मिश्र पूर्व प्राचार्य, राकेश सिंह, डॉ विवेक पांडे आलोक समदरिया, अमन प्रचंड मिश्रा एडवोकेट, निर्मला समदरिया रामानुज दासी, विवेक शुक्ला, प्रकाश केसरवानी, अंबुज मिश्रा, प्रमिला शुक्ला, माधुरी पांडे, शिखा तिवारी, राजकुमारी मिश्रा, डॉक्टर अवंतिका पांडे, डॉ अंकिता पांडे, पिंकी दयाल, सरिका केसरवानी , आरविका पांडे छोटेलाल अंशिका सिंह आदि उपस्थित रहकर भगवान का पूजन अर्चन किया।

रिपोर्ट- अवनीश कुमार मिश्रा

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