भाद्र पूर्णिमा पर लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा में लगाई आस्था की डुबकी

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डलमऊ रायबरेली – भाद्र मास की पूर्णिमा के अवसर पर डलमऊ के गंगा तट पर गंगा मैया के जयकरो के साथ लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई श्रद्धालुओं ने गंगा तट पर स्थित शिवालयों एवं देवी मंदिरों में पूजा अर्चना की तथा अपने पूर्वजों को जल तर्पण एवं पिंडदान कर पूर्वजों को याद किया और पुरोहितों को दान पुण्य कर आशीर्वाद प्राप्त किया भाद्र मास की पूर्णिमा का विशेष महत्व होने के चलते गंगा स्नान का विशेष महत्व माना गया है गंगा स्नान के लिए जनपद एवं गैर जनपदों से आए श्रद्धालुओं ने सुबह 4 बजे से ही गंगा मैया के जयकरो के साथ लाखों की संख्या में डलमऊ गंगा तट पर पहुंचे इस दौरान डलमऊ के पक्का घाट वीआईपी घाट पथवारी घाट महावीरन घाट संकट मोचन घाट शुकुल घाट गऊघाट किला घाट नागेश्वर घाट सहित एक दर्जन से अधिक घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ दिखाई पड़ी।

श्रद्धालुओं में गंगा में आस्था की डुबकी लगाने के बाद गंगा तट पर स्थित शिवालय एवं देवी मंदिरों में जलाभिषेक कर पूजा अर्चना की तथा पूर्वजों को मनाने खुश करने एवं आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए जल देकर तर्पण एवं पिंडदान किया और पुरोहितों को दान पुण्य कर आशीर्वाद लिया बड़ा मठ के स्वामी दिव्यानंद जी महाराज ने बताया कि भाद्र शब्द भद्र से बना है जिसका अर्थ पवित्र होता है भाद्र मास में सूर्य सिंह राशि में होने पर और अधिक प्रभावशाली होता है क्योंकि सूर्यवार को ही रविवार कहा जाता है इसलिए भाद्र मास के रविवार को गंगा स्नान का विशेष महत्व माना जाता है भागवत कथा के अनुसार सुनीति औसांवल को कोई संतान नहीं थी तब उन्होंने भादो मास में गंगा स्नान करने का निर्णय लिया इसके बाद उनको पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई भाद्र मास में ही भगवान श्री कृष्ण का जन्म घनघोर कालीरात मैं 12:00 बजे हुआ था प्रथम पूज्य श्री गणेश उत्सव भी भादो मास में मनाया जाता है इस प्रकार कर्म वृद्धि का समन्वय एवं जीवन मैं सफलता प्राप्त करने का मार्ग प्रस्सत होता है भादो मास में स्नान दान एवं व्रत करने से जन्म जन्मांतर के पाप नष्ट हो जाते हैं

घंटों लग रहा जाम परेशान हुए श्रद्धालु

भाद्र मास की पूर्णिमा पर जनपद एवं गैर जनपदों से पहुंचे भारी संख्या में श्रद्धालुओं को घंटो जाम से जूझना पड़ा मुराई बाग कस्बे में बार-बार रेलवे गेट बंद होने से जाम की स्थिति लगातार बनी रही इस दौरान कस्बे के रायबरेली रोड लालगंज रोड प्रयागराज रोड पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारे लग गई सड़कों पर पैर रखने की जगह तक ना बची जाम की स्थिति से निपटने के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा पूर्व में कोई इंतजाम न किए जाने के चलते श्रद्धालुओं को भारी समस्या का सामना करना पड़ा पुलिस को जाम छुड़ाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी कस्बे के सर्वेश सुधीर दीपांशु कुलदीप अशोक शुभम प्रशांत विनीत मुन्ना योगेश आदि ने बताया कि ऐसा लगता है स्थानीय प्रशासन को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ का अंदाजा नहीं था यदि प्रशासन एक दिन पूर्व ही कस्बे में भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा देता तो भीषण जाम की स्थिति उत्पन्न नहीं होती।

रिपोर्ट- विमल मौर्य

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