G20: जी20 समिति के लिए दिल्ली नए तरीके से सज धज कर तैयार हुई है। बड़े-बड़े नेता आ रहे हैं।
यह शासकों का आजमाया हुआ तरीका है, कि होस्ट देश इस तरह ऊपरी रंग रोगन से दुनिया भर में एक छवि बनाना चाहता है।
इस मौके पर भी पैसा पानी की तरह बहाया जा रहा है। इससे स्वागत में आत्महीनता का ही प्रदर्शन हुआ है। इस तरह पूरी दिल्ली की व्यवस्था और सम्मेलन के प्रतिनिधियों के रूट में भारी विरोधाभास हो गया है। राजा की सवारी निकले, इसलिए दिल्ली वालों को ठप कर दिया गया है।
खास तौर पर विकासशील देश अगर कोई अंतरराष्ट्रीय संस्थान में आगे करके मान्यता पा जाते हैं, तो उनकी हालात ज्यादा दिखावेबाज़ी की होती है।
इस अवसर पर दिल्ली की हालत लाल हिप वाले लंगूर की तरह हो गई है।
अतिथि देश के प्रतिनिधि और उनके परिवार के सदस्यों को भी आमंत्रित किया गया है। इनके घूमने के लिए नई चमचमाती 400 इलेक्ट्रॉनिक बसें दिल्ली में उतारी गई है।
स्वागत में जुड़े हुए हाथ के साथ-साथ G2 और कमल फूल में जीरो का पुतला जगह-जगह लगाया गया है।
पीएम नरेंद्र मोदी दिल्ली वालों को अपील कर रहे हैं कि “अतिथि देवो भव” की भावना से जनता इस तरह के भव्य स्वागत आयोजन का समर्थन करें।