ऑटो या बैटरी रिक्शा में जाने वाले हो जाएं सावधान! क्योंकि ऑटो में घूम रहे ख़तरनाक लोग

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रायबरेली। अक्सर आपने सुना होगा कि जेब कतरे ट्रेनों में बसों में व ऑटो में चोरियों को अंजाम देते थे । लेकिन रायबरेली जिले में बैटरी रिक्शा में नए तरह के लुटेरे और जेब कतरे घूम रहे हैं अब आप सोच रहे होंगे कि रायबरेली जिले में यह कौन सा नया गैंग आ गया है लेकिन यह बिल्कुल सत्य है

शहरी क्षेत्रों में चल रहे ऑटो व बैटरी रिक्शा में एक नया गैंग सक्रिय होकर खुलेआम घूम रहा है ताजा मामला शहर के सिविल लाइन चौराहे का है जहां पर एक सवारी जो बैटरी रिक्शा से अपनी गंतव्य की ओर जा रहे थे उनके साथ पहले से ही उनके बगल में दो बुजुर्ग और बैठे हुए थे लेकिन जो सवारी बैठी थीं उसको यह नहीं मालूम था कि ये जो दो बुजुर्ग उनके बगल में बैठे हैं

वह सवारी नहीं बल्कि जेब कतरे और लुटेरे उनका साथी दे रहा था बैटरी रिक्शा चालक ,आपको बताते चले अभी सवारी अपने गंतव्य पर पहुंच भी नहीं पाई थी कि रास्ते में ही दोनों बुजुर्गों ने बैठी सवारी के ऊपर हमला कर दिया और उसके पास रखा पैसा छीनने की कोशिश करने लगे जिसके बाद सवारी द्वारा चीख-पुकार करने लगा तो उसको दोनों बुजुर्ग व रिक्शा चालक मारने पीटने लगे जिसपर सवारी चीख पुकार करने लगा ,जिससे दोनों जेब कतरे और बैटरी का चालक घबरा कर मौके से भागने की कोशिश करने लगे लेकिन जेब कतरों की किस्मत बेकार थी जैसे ही यह लोग सिविल लाइन चौराहा तेजी से पार करने लगे तभी सामने से आ रही मोटरसाइकिल से बैटरी रिक्शा चालक की भिड़ंत हो जाती है भिड़ंत के बाद सवारी चीख-पुकार दोबारा करने लगा जिसे सुनकर आसपास के दुकानदारों ने रिक्शा चालक व दोनों जेब कतरों को दबोच लिया और पहले तीनों की जनता ने से धुनाई कर दीं, उसके बाद जनता ने तीनों लुटेरों को पुलिस के हवाले कर दिया,लेकिन ऐसा ये मामला पहला नही होगा वो तो इत्तफाक मानिए की आज ये चंगुल में आ गए वरना पहलें भी कितने ऐसे मामले इनके द्वारा अंजाम दिया गया होगा या अगर यह न पकड़े जाते तो कितने इसी तरह के मामलों को यह अंजाम दे चुके होते फिलहाल पुलिस ने तीनों व्येक्तियो को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ चालू कर दी है की वो ये काम कबसे कर रहे है और उनके साथ कितने अन्य लोग इस काम को अंजाम दे रहे है।

अनुज मौर्य रिपोर्ट

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