रिपोर्ट – संदीप कुमार फिज़ा
लालगंज (रायबरेली) । रायबरेली खनन निरीक्षक ने यदि अनुमति नही दी और खनन के नाम पर रायल्टी नही जमा की गई तो आखिर किसका वरदहस्त है कि खनन माफिया बेखौफ होकर मिट्टी खनन कराने में जुटे हैं।यह कहन भी कहीं दूर नही जिस केरिहरा ग्राम सभा में हो रहा है उसी ग्राम सभा में कोतवाली भी स्थित है। खनन मंडी समिति परिसर के पीछे हो रहा है। क्षेत्रीय लेखपाल को इतना भी समय नही है कि वह जाकर यही जानकारी कर लेते कि आखिर यह खनन किसके आदेश पर हो रहा है। उपजिलाधिकारी विनय मिश्र ने शुक्रवार को मामले की जांच कर कार्रवाही कराने की बात कही थी लेकिन इसे पंचायत उपचुनाव की व्यस्तता कहें या फिर खनन माफियाओं का रसूख कि कोई जांच करने नही पहुंचा।मामले की शिकायत ट्वीटर पर रायबरेली पुलिस से की गयी थी जिस पर लिखा गया है कि प्रभारी निरीक्षक द्वारा अवगत कराया गया है कि मंडी समिति में सरकारी कार्य चल रहा है जिसमें ठेकेदार द्वारा रायल्टी जमा कर मिट्टी कार्य कराया गया है।
प्रभारी निरीक्षक लालगंज द्वारा अवगत कराया गया कि मंडी समिति में सरकारी कार्य चल रहा है, जिसमें ठेकेदार द्वारा रॉयल्टी जमा कर मिट्टी का कार्य कराया गया है |
— Raebareli Police (@raebarelipolice) June 11, 2021
वहीं खनन निरीक्षक अजीत सिंह का कहना है कि न तो कोई रायल्टी जमा की गयी है और न कोई अनुमति दी गई है। वह स्वयं मामले की जांच कराएंगे। अब ऐसे में किसकी बात सही मानी जाए पुलिस की या फिर खनन निरीक्षक की।क्या सरकारी कार्य है तो वहां पर खनन के लिए खुली छूट है। बहरहाल मंडी समिति के पीछे दो स्थानों पर मिट्टी खुदाई के स्थान स्वयं अवैध खनन की कहानी चीख चीख कर कह रहे हैं अब देखना यह है कि मिट्टी खनन मामले में मिट्टी डाल दी जाती है या फिर जेसीबी, टै्रक्टर व खनन कराने वालों पर कोई कार्रवाही होती है।