राकेश कुमार अग्रवाल
झांसी। उत्तर मध्य और उत्तर रेलवे के प्रमुख विभागध्यक्षों और मण्डल रेल प्रबंधकों के साथ आज आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंस में, महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने दोनो क्षेत्रीय रेलवे में संरक्षा संबंधी स्थिति की समीक्षा की और ट्रेन परिचालन के दौरान संरक्षा को प्राथमिकता देने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सभी रेलवे अधिकारी अपने स्वयं के डोमेन में संरक्षा अधिकारी हैं और हम सभी को संरक्षित और कुशल ट्रेन संचालन के लिए निरंतर प्रयास करना होगा।
महाप्रबंधक चौधरी के नेतृत्व में उत्तर मध्य रेलवे ने कोविड -19 संकट के बावजूद जून -20 में यात्री और मालगाड़ी परिचालन के क्षेत्र में नये कीर्तिमान स्थापित किये हैं।
लोडिंग के क्षेत्र में, उत्तर मध्य रेलवे ने जून -20 में 14.3 लाख टन का माल लदान प्राप्त किया है, जो जून -19 में 13.2 लाख टन लदान से 8.33% अधिक है। देश के हर कोने में खाद्यान्न की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जून -20 में 1.6 लाख टन अनाज लोड किया गया जो पिछले साल जून में लोड किए गए 80000 टन अनाज से दोगुना है। उत्तर मध्य रेलवे के आगरा मण्डल ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुये जून महीने में बाद डिपो से सर्वाधिक 153 पेट्रोलियम और बिटुमेन रेकों की लोडिंग की। जून -2020 में माल लदान से कमाई 150.51 करोड़ रुपए है जो जून -2019 में अर्जित 115.69 करोड़ रुपए की तुलना में लगभग 35 करोड़ रुपए अधिक है।
जून, 2020 में, उत्तर मध्य रेलवे के तीनो मण्डलों द्वारा कई बार 100% समयपालनता प्राप्त की गई, जिसमें आगरा मण्डल द्वारा 15 बार, प्रयागराज मण्डल द्वारा 04 एवं झांसी मण्डल द्वारा 15 बार 100% समयपालनता प्राप्त की गई| तीनों मण्डलों द्वारा ट्रेनों के कुशल संचालन से, उत्तर मध्य रेलवे ने दिनांक 21.06.20 और 23.06.20 को 100% समयपालनता हासिल करने के साथ-साथ जून में 94% की उत्कृष्ट समयपालनता को बनाये रखा है।
सवारी गाड़ियों के अतिरिक्त, उत्तर मध्य रेलवे में मालगाड़ियाँ भी कुशलतापूर्वक चल रही हैं और जून -20 में मालगाड़ियों की औसत गति 40.5 किमी/घण्टा रही है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 75% अधिक है। उत्तर मध्य रेलवे मालगाड़ियों का परिचालन 50 किलोमीटर प्रति घंटे की औसत गति से करने हेतु ट्विन पाइप ब्रेकिंग सिस्टम के माध्यम से माल गाड़ियों के संचालन सहित विभिन्न उपायों पर काम कर रहा है। इस सुविधा से लैस सभी नए मालवाहक वैगनों में पारम्परिक एकल ब्रेक पाइप प्रणाली के स्थान पर दो एयर पाइप अर्थात ब्रेक पाइप (बीपी) और फीड पाइप (एफपी) होते हैं। अतिरिक्त फीड पाइप के माध्यम से एयर चार्ज करने से प्रत्येक ब्रेक एप्लिकेशन के बाद ब्रेक रिलीज का समय कम हो जाता है और इस तरह से मालगाड़ियों की निश्चित दूरी को कवर करने का समय कम हो जाता है और बेहतर औसत गति प्राप्त होती है। उत्तर मध्य रेलवे के सभी मण्डलों ने ट्विन पाइप प्रणाली वाली मालगाड़ियों के रेकों का ट्विन पाइप मोड में परिचालन की निगरानी शुरू कर दी है और सिंगल पाइप और ट्विन पाइप वैगनों को अलग-अलग करने का भी प्रयास किया जा रहा है, जिससे और अधिक ट्विन पाइप वाले मालगाड़ियों के रेक बनाये जा सकें।
उत्तर मध्य रेलवे में यात्री और मालगाड़ियों के परिचालन में उत्कृष्ट प्रदर्शन को, कोविड -19 के दौरान ली जाने वाली सावधानियों के साथ सभी संपत्तियों जैसे ट्रैक, रोलिंग स्टॉक, ओएचई, सिगनलिंग, लोकोमोटिव इत्यादि के बहतरीन रखरखाव तथा सभी सुधारात्मक और निवारक रखरखाव गतिविधियों को समय से पूरा करने के कारण ही हासिल किया जा सका।