उत्तर मध्य रेलवे ने प्रारम्भ की “नो बिल नो पेमेंट” की मुहिम

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राकेश कुमार अग्रवाल

झांसी। भारतीय रेलवे ने महत्वपूर्ण अभियान शुरू किया था ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि स्टेशनों पर स्थित स्टालों एवं ट्रेनों में आन बोर्ड कैटरिंग से खरीदे गए भोजन और अन्य आवश्यक वस्तुओं का बिल ग्राहकों को अनिवार्य रूप से दिया जाए।

रेलवे प्रणाली पर काम करने वाले सभी विक्रेताओं को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए थे कि “नो बिल नो पेमेंट” अभियान, वस्तुओं की दर सूची इत्यादि को प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाये एवं इसका अनुपालन सुनश्चित किया जाए।

कोविड -19 स्थिति के दृष्टिगत, रेलयात्रियों की आवश्यक यात्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए भारतीय रेलवे 230 विशेष रेलगाड़ियों का संचालन कर रहा है, और इनमें से उत्तर मध्य रेलवे द्वारा 126 रेलगाड़ियाँ, जिनमें 02 जोड़ी प्रारम्भिक गाड़ियाँ शामिल हैं, का संचालन किया जा रहा है। यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुये, कोविड -19 संबंधित सभी सावधानियों के साथ उत्तर मध्य रेलवे के स्टेशनों पर खानपान और वेंडिंग स्टॉलों को एक जून से संचालित करने की अनुमति दी गई।

यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि यदि वेंडर अनुपालन नही करता है तो इसकी शिकायत उपलब्ध शिकायत पुस्तिका, रेल मदद पोर्टल या राष्ट्रीय रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 और 138 पर अवश्य करें।

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