भेलसर, अयोध्या। सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक) राम सागर पति त्रिपाठी ने रूदौली एजुकेशनल इंस्टीट्यूट सरायपीर में निपुण भारत मिशन के अन्तर्गत परिषदीय शिक्षकों के चल रहे चार दिवसीय प्रशिक्षण का निरीक्षण किया। इस दौरान सहायक शिक्षा निदेशक ने शिक्षकों को अपने विद्यालय को निपुण विद्यालय बनाने के लिए मूलमंत्र दिया।
उन्होंने कहाकि बच्चों के ठहराव व उनकी नियमित उपस्थिति के लिए उनके अविभावकों की काउंसलिंग करना चाहिए।अविभावकों को उनके परिवेशीय उदाहरण से उनको शिक्षा की महत्ता व नियमितता को समझाना होगा।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहाकि जिस प्रकार सिंचाई के दौरान एक बार पानी बन्द कर देने पर पानी का बहाव रुक जाता है, उसी प्रकार बच्चों की अनुपस्थिति से बच्चे नियमित पढ़ाई से वंचित रह जाते हैं। और फिर से उनको मुख्य धारा में लाने के लिए हमें शुरू से शुरुआत करनी पड़ती है।
एडी बेसिक ने कहाकि हमें बच्चों को उनकी शैक्षिक उपलब्धि के हिसाब से छांट लेना है और उनको उपचारात्मक शिक्षण से उनकी कक्षा के अनुरूप दक्षता तक ले जाना है।
इस दौरान प्रशिक्षक जितेंद्र तिवारी, सम्पूर्णानंद सिंह, शालिनी सिंह, रामलाल, रामकृष्ण गुप्ता, कुंवर आनंद सिंह, क्षितिज पटेल, रागिनी गुप्ता, विद्या वर्मा, दीपा पांडेय, स्वामीनाथ, शिव बहादुर समेत सभी प्रशिक्षणार्थी मौजूद रहे।
-मनोज तिवारी, ब्यूरो रिपोर्ट अयोध्या