रिपोर्ट – अनुज मौर्य /मनीष श्रीवास्तव
रायबरेली (ऊंचाहार) – किशुनदास कस्बे में रणवीर सिंह स्मारक जन सेवा संस्थान में अनिल सिंह “पीपल पुरूष” , सोनू सिंह फौजी ने पीपल के वृक्षों का रोपण किया। साहित्यकार सम्मान समारोह की शुरुआत मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलन एवं माल्यार्पण कर किया गया। आयोजक श्री राजेंद्र बहादुर सिंह व अध्यक्ष श्री बृजेश नाथ त्रिपाठी ने पुष्पांजलि किया। राजेंद्र सिंह ने आए हुए सम्मानित कवियों दिलबर जी, देवनजी, इंद्रेश तथा विशेष सम्मान पीपल पुरुष अनिल सिंह को अंग वस्त्र माल्यार्पण व नगद धनराशि देकर पुरस्कृत किया। कविराज अनिल कुमार सिंह पीपल पुरुष ने कार्यक्रम की अध्यक्षता एवं पंडित श्री बृजेश नाथ त्रिपाठी ने संचालन किया। कार्यक्रम में पधारे कवियों का सम्मान अनिल कुमार सिंह पीपल पुरुष ने भी किया। इस मौके पर कवि देवेंद्र सिंह ‘दीपक’, शिव बहादुर सिंह ‘दिलवर’, अनिल कुमार सिंह पीपल पुरुष, इनके अतिरिक्त पंडित राम कुमार शास्त्री ज्योतिषाचार्य, अब्दुल मजीद रहबर, शुभकरन सिंह, रामकुमार सिंह पागल, गीतेश यादव जन्नत, दिलशाद राही, इंद्रेश जी, चंद्रशेखर मित्र, दीपेंद्र श्रीवास्तव, डॉ दिव्या दीप्ति, अविनाश गुप्ता, सुरेश अकेला प्रतापगढ़ी आदि कवियों ने अपने श्रोताओं को अपनी रचनाओं से भावुक कर मुग्ध कर दिया।
शिव बहादुर सिंह दिलबर ने पढ़ा “समझे ना तुम अभी तक दिलबर को आशिकी में तुम जां भी मांगो तो देंगे इनकार नहीं है” ।
अनिल कुमार सिंह पीपल पुरुष ने पढ़ा “क्या नया गीत क्या पुराना है मन में जब द्वेष का खजाना है। जगा पाए न चेतना अपनी कह रहे देश को जगाना है”।
देवेंद्र सिंह दीपक ने पढ़ा “बंद करो लिखना कविता। लिखना इतना आसान नहीं”।