कुष्ठ रोग लाइलाज नहीं – डॉ. आशीष पटैरिया

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रिपोर्ट- राकेश कुमार अग्रवाल

कुलपहाड ( महोबा )
नगर के रामरतन भुवनेश कुमार पब्लिक स्कूल में स्पर्श कुष्ठ जागरुकता अभियान के तहत एक कार्यशाला का आयोजन किया गया . जिसमें जिला कुष्ठ अधिकारी ने कालेज के छात्र छात्राओं को कुष्ठ रोग से जुडी तमाम जानकारियां दीं उन्होंने छात्रों के सवालों के जबाव भी दिए .
कालेज सभागार में आयोजित कार्यशाला में कक्षा 9 से कक्षा 12 के छात्रों ने भाग लिया . जिला कुष्ठ जागरुकता अधिकारी डा. आशीष पटैरिया ने इस अवसर पर कुष्ठ रोग के संबंध में तमाम जानकारी दी उन्होंने बताया कि यह रोग माइकोबैक्टीरियम लेप्रे नामक बैक्टीरिया के कारण होता है . इसमें शुरुआत में त्वचा पर हल्के रंग के धब्बे दिखाई देते हैं . यह तंत्रिकाओं , त्वचा व आँखों को प्रभावित करता है . यह बैक्टीरिया नाक व मुंह के रास्ते से शरीर से बाहर निकलता है . खांसने , थूकने , एवं छींकने से नाक व मुंह के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है . अगर इसका शुरुआत में उपचार नहीं किया जाता है तो यह तंत्रिकाओं को और नुकसान पहुंचा सकता है . इस रोग में त्वचा के दाग , धब्बों में संवेदनहीनता , झुनझुनी व पलकों में कमजोरी , नसों में दर्द , हाथ पैरों में घाव , कान या चेहरे पर सूजन और गांठ भी हो सकती है . उनके अनुसार इस रोग को पूर्णत: मल्टी ड्रग थेरेपी से ठीक किया जा सकता है .
प्रिंसिपल अमित अग्रवाल ने छात्रों से कहा कि कुष्ठ के संबंध में दी गई जानकारी को अपने परिजनों और दोस्तों के अलावा सम्पर्क में आने वाले अन्य लोगों से भी चर्चा कर उन्हें जागरुक करें . इस अवसर पर गिरिराज कश्यप व सुरेन्द्र कुमार अग्रवाल भी मौजूद थे . संचालन नरेन्द्र सर ने किया .

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