विपक्षी दलों के बरगलाने में न आयें किसान – राजा बुंदेलाबेलाताल ( महोबा) । बुन्देलखण्ड विकास परिषद के उपाध्यक्ष व सिने अभिनेता राजा बुंदेला ने आज किसानों व प्रधानों के बीच जाकर कृषि विधेयक के न केवल कशीदे पढे बल्कि इस विधेयक के कारण किसानों को मिलने वाले फायदों के बारे में विस्तार से बताया।राजा बुंदेला ने पहले एस के महाविद्यालय पहुंचकर वहां वृक्षारोपण किया । वहां से वे विकास खंड सभागार पहुंचे। जहां मौजूद एक दर्जन से अधिक ग्राम प्रधानों व किसानों से उन्होंने कृषि विधेयक पर संवाद किया। उन्होंने किसान बिल को लेकर इससे होने वाले एक दर्जन से अधिक फायदों को गिनाया। उन्होंने बताया कि किसान अब अपनी फसल और उपज की कीमत खुद तय करेगा। वह अब कहीं भी अपनी फसल बेच सक्गा। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल की इस विधेयक के बाद बोलती बंद हो गई है। इसलिए विपक्षी दल अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों का अगर विधेयक को लेकर कोई संशय आता है तो वे उन्हें संशोधित करने का प्रस्ताव केंद्र और राज्य सरकार को देंगे । पृथक बुंदेलखंड राज्य के मुद्दे पर राजा बुंदेला ने कहा कि चुने हुए जनप्रतिनिधियों का यह कर्तव्य है कि वे राज्य की मांग संसद और विधानसभा में मुखर करें। उन्होंने कहा कि इस मांग को लेकर जनता को भी आगे आना पड़ेगा तभी राज्य निर्माण सम्भव होगा।क्षेत्र पंचायत कार्यालय सभागार कक्ष जैतपुर में बुंदेलखंड विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष राजा बुंदेला ने जन संवाद करते हुए किसानों से वार्ता करते हुए भाजपा सरकार की योजनाओं के बारे में बताया क्षेत्र के किसानों ने बेलासागर तालाब की खुbदाई के लिए उपाध्यक्ष के समक्ष मांग रखी बुंदेलखंड किसान यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष महिला मोर्चा किरण पाठक ने बुंदेलखंड विकास बोर्ड उपाध्यक्ष राजा बुंदेला को एक ज्ञापन देते हुए बताया कि क्षेत्र में देवी आपदाओं से ग्रसित जैतपुर क्षेत्र का किसान मरणासन्न अवस्था में पहुंच गया है अतः बुंदेलखंड के किसानों की दशा में सुधार लाने के लिए तत्काल सूखाग्रस्त घोषित कर नष्ट हुई फसलों का उचित मुआवजा दिलाया जाए यह कि पिछले साल 2019 का दलहन तिलहन मूंगफली आदि नष्ट हुई फसलों का मुआवजा शेष बचे सभी श्रेणी के किसानों को तत्काल दिलाया जाए अन्ना प्रथा को रोकने के लिए तत्काल व्यवस्था की जाए बुंदेलखंड क्षेत्र के किसानों को सिंचाई के लिए कम से कम 18 से 20 घंटे तक विधुत व्यवस्था की जाए सरकार द्वारा पारित किसान विरोधी अध्यादेश प्रभावी रूप से वापस कर स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश लागू किया जाए आवासों व शौचालयों में किसानों को दिए जाएं।
इस मौके पर रामस्वरूप श्रीवस बुंदेलखंड विकास बोर्ड सदस्य , खंड विकास अधिकारी प्रशांत कुमार , एडीओ पंचायत कमलेश अनुरागी , एसडीओ विद्युत विभाग विकास श्रीवास्तव सहित तमाम ग्राम प्रधान मौजूद रहे ।