कोरोना वायरस से अब डरने की जरूरत नहीं : डॉ. राजीव सिंह

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चीन के कोरोना वायरस का इलाज होम्योपैथ में सम्भव, सभी वायरस जनित संक्रमण को रोकने में सक्षम है होम्योपैथ, एलोपैथ में नही है कोई तत्काल इलाज। भयावह कोरोना वायरस ने ले ली है अब तक हजारों की जान। कोरोना से बचाव के बारे में विस्तार से बता रहे है गोल्ड मेडलिस्ट ख्यातिप्राप्त होम्योपैथ चिकित्सक डॉ राजीव सिंह

रायबरेली चीन से निकल कर पूरी दुनिया मे दहशत फैला रहे कोरोना वायरस ने उत्तर प्रदेश में भी अपनी दस्तक दे दी है। अकेले चीन में इस वायरस के संक्रमित लाखों लोगों की शिनाख्त हुई है और अब तक मौत का आंकड़ा हजारों की संख्या तक पहुंच गया है। WHO से लेकर तमाम स्वास्थ्य से जुड़ी एजेंसियां इस पर नजर बनाए हुई हैं। इसको रोकने के लिए अब तक किये गए प्रयास बहुत कारगर नही दिख रहे हैं। वायरस का कोई औपचारिक एंटीवायरस न तैयार कर पाने की स्थिति में दुनिया के तमाम देश सिर्फ इसे और फैलने से रोकने के लिए संदिग्धों को आइसोलेशन वार्ड में रख रहे हैं। तमाम देशों ने विदेशी आवागमन को भी सुरक्षा के मद्देनज़र या तो रोक दिया है या सीमित कर दिया है। ऐसे में इसके खौफ़ के बीच उत्तर प्रदेश के रायबरेली से एक सुकून देने वाली खबर सामने आई है।

रायबरेली के मशहूर होम्योपैथ चिकित्सक डॉ राजीव सिंह ने रिपोर्ट्स टुडे पर कोरोना वायरस से बचाव और रोकथाम के तरीके पर चर्चा की। डॉ ने बताया कि कोरोना वायरस से डरने की जरूरत नही है। कोई भी वायरस से सम्बंधित रोग हम पर तब ही हावी होता है जब हमारे शरीर की इम्युनिटी कमजोर हो। इसके लिए सबसे पहले आपको धैर्य की जरूरत है। जो लोग कोरोना या किसी भी अन्य वायरस के संक्रमण में आ जाते हैं उनको होम्योपैथ या आयुर्वेद की मदद से तत्काल इम्युनिटी बढ़ाकर ठीक किया जा सकता है।

जो इसकी चपेट में नही है उनको भी अपने को संक्रमण से बचाने के लिए ऐसी दवाएं प्रयोग करनी चाहिए। होम्योपैथ और आयुर्वेद की इम्युनिटी बढ़ाने की दवाओं का कोई साइड इफेक्ट भी नही पड़ता। डॉ सिंह के अनुसार सरकारों को भी ऐसे मामले में बचाव से ज्यादा जागरूकता फैलाने की जरूरत है। लोगो के मन से डर निकल जाने पर बीमारी नजदीक वैसे भी नही आएगी। तमाम समाचार चैनल और अखबारों के माध्यम से मिल रही जानकारी से जनमानस काफी असमंजस में है और परेशान है। ऐसे में नीम हकीम लोगो के लिए खतरा बन सकते हैं। डॉ सिंह के मुताबिक अपने नजदीकी होम्योपैथ या आयुर्वेद के डॉ से सम्पर्क कर इसके बारे में और अधिक जानकारी ली जा सकती है।

कोरोना वायरस के संदिग्ध की पहचान उत्तर प्रदेश के आगरा और नोएडा में होने के बाद स्कूल कालेजो में छुट्टी कर दी गई है। छुट्टी कर देने से आम लोगो मे इसके खौफ का बढ़ना तय है। उप्र सरकार के राहत आयुक्त संजय गोयल ने बचाव के मद्देनजर एक पत्र सभी जिलाधिकारियों को भेज कर कोरोना से निपटने के लिए पूर्व तैयारियों का आदेश दिया है।

शाशन द्वारा जारी पत्र

पत्र में कल 5 मार्च को वीडियो कांफ्रेंसिंग कर स्वास्थ्य महकमा को हाई एलर्ट पर रखने की बात की गई है। जिसमे सरकारी प्राइवेट एम्बुलेंस, स्ट्रेचर, वेंटिलेटर की उपलब्धता के अलावा उन बिल्डिंगों की भी जानकारी मांगी गई है जो कस्बो से दूर हो। जिनको आवश्यकता पड़ने पर आइसोलेशन वार्ड में तब्दील किया जा सके।

सरकार की तैयारी को आवश्यकता कहा जा सकता है किंतु ऐसे वक्त में जब लोग कोरोना के प्रकोप को लेकर चिंतित है उन्हें सही जानकारी उपलब्ध कराना भी सरकार की ही जिम्मेदारी है। लोगो के दिल मे घर कर चुके इस डर से बचाव के तरीके के प्रसार की आवश्यकता के मद्देनज़र डॉ राजीव सिंह का प्रयास सराहनीय है। रिपोर्ट्स टुडे अपने सभी पाठकों से अपील करता है कि ऐसे वक्त में धैर्य से काम ले और घबराने के बजाय नजदीकी होम्योपैथ चिकित्सक से सम्पर्क करें।

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