कोरोना से जंग की हीरो बन रही ख़ाकी

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आपने खाकी वर्दी वालों को अक्सर ड्यूटी पर मुस्तैद देखा होगा लेकिन वर्दी वालों का मानवता से भरा रूप आपने नहीं देखा होगा। इस लॉक डाउन के दौरान पुलिसकर्मी एक मसीहा की तरह सामने आ रहे हैं फिर चाहे वो कप्तान हो या एक सिपाही, सभी एक साथ मिलकर लोगों की मदद कर थे है। आइए आपको भी यूपी पुलिस के कुछ ऐसे ही जवानों के बारे में बताते हैं जोकि सिर्फ इस मकसद से लोगों की मदद में लगे हैं कि कोई भूखा ना सोए, कोई परेशान ना हो।

आगरा रेंज में लोगों को खाना खिला रहे कप्तान

जानकारी के मुताबिक, कोरोना वायरस से इस जंग में पुलिसकर्मी भी लगे हुए हैं, ताकि वायरस पैर ना पसार सके। इसी के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरे देश को लॉक डाउन कर दिया है। लॉक डाउन के बाद सबसे ज्यादा समस्या मदूर वर्ग के लोगों के सामने आ रही है जोकि खाने की है। इसी को देखते हुए सुरक्षा के साथ खाने की जिम्मेदारी भी पुलिस ने उठाई हैं। फिरोजाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सचिंद्र पटेल ने बस्तियों में जाकर गरीब, बेसहारा, मजदूर एवं रिक्शाचालकों को खाना के पैकेट बांटे। साथ ही कोरोना से बचाव को लेकर जानकारी भी दी।

इसके अलावा आगरा रेंज के मैनपुरी में शनिवार को कांशीराम कॉलोनी में रहने वाला एक युवक कोतवाली के पास ही जूता पॉलिश की दुकान सजाकर बैठ गया। गश्त कर रहे दरोगा सुरेंद्र राव जब उधर से गुजरे तो उन्होंने बाइक रोक ली। युवक से कहा कि घर जाओ तो उसने कहा कि साहब घर जाएंगे तो खाएंगे क्या.. इस पर दरोगा ने उसे रुपये देकर घर भेजा।

आगरा एसएसपी रख रहे ध्यान

लोगों की खाने की समस्या को देखते हुए कप्तान बबलू कुमार खुद इस पर कड़ी नजर रखे है कि कोई बाहर ना निकले सबको सामान घर बैठे मिले। इसके अलावा आगरा में हाईवे पर हर घंटे 300 से 400 लोग पैदल गुजर रहे हैं। कोई हरियाणा के पलवल से आ रहा है तो कोई राजस्थान के भरतपुर से। कोई दिल्ली-गाजियाबाद से ही भूखे-प्यासे पैदल चला आ रहा है। बच्चे को गोदी में उठाए हैं, सिर पर सामान रखे हुए हैं। सबके लिए रास्ते में ही खाने पीने का इंतजाम किया जा रहा है।

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