बैठकें कराने में असफल प्रधानों की कुर्सी पर खतरा

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प्रतापगढ़। पंचायत समिति गठन के बाद प्रधान द्वारा एक बार भी नहीं की गई बैठक, सदस्यों ने उठाए सवाल। गांव के कुल 13 में से 10 सदस्यों ने मिलकर मुख्यमंत्री पोर्टल पर प्रधान व सचिव पर मनमानी करने और पैसा गबन करने का लगाया आरोप और दोषियों के ऊपर मुकदमा पंजीकृत करने कि की मांग

विकासखंड मांधाता के ग्राम सभा सराय राजा ग्राम प्रधान छुटकी व सचिव के खिलाफ सदस्यों ने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री पोर्टल पर की शिकायत। जिसमे प्रधान व सचिव पर मनमानी करने व लाखों रुपए गबन करने का है गंभीर आरोप। जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी को भी जल्द कराया जाएगा अवगत।

आपको बता दें कि जनपद प्रतापगढ़ की विकासखंड मांधाता में इस समय भ्रष्टाचार जोरों पर है। यह भ्रष्टाचार विकासखंड के सराय राजा में भी देखने को मिल रहा है। जहां गांव के सदस्यों ने बताया कि प्रधान द्वारा शपथ ग्रहण के बाद आज तक एक भी समिति की बैठक नहीं की गई। गांव में कुल 13 सदस्य मनोनीत है, जबकि 10 सदस्यों ने प्रधान के खिलाफ मोर्चा खोला है।

सदस्यों का आरोप है कि प्रधान व सचिव द्वारा मनमानी की जा रही है। कहने के बावजूद भी समिति की बैठक नहीं की जाती। सारी कार्य योजना अपने मनमाने तरीके से प्रधान व सचिव बनाकर जमकर पैसों का बंदरबांट कर रहे हैं।यही नहीं पंचायत भवन के सारे उपकरण वर्तमान प्रधान अपने घर पर उपयोग कर रहा है।

प्रधान द्वारा तानाशाही रवैया देखने को मिल रहा है। पंचायत समिति सदस्यों में आक्रोश है चुनाव को करीब 1 साल से ज्यादा का समय बीत चुका हैं, लेकिन ग्राम पंचायत सराय राजा में पंचायत समिति की एक भी बैठक नहीं की गई। जबकि प्रावधान के अनुसार महीने में दो बैठक अनिवार्य है। बैठक न होने के कारण सदस्य अपने आप को असहाय महसूस कर रहे हैं।

सदस्यों का कहना है कि हमारा क्या अस्तित्व है। पंचायत समिति में कोई सुनने वाला ही नहीं है। चुनाव के दौरान अपने वार्ड में लोगों से हमने वादे किए थे कि अपने वार्ड में विकास कराएंगे। विकास कराना तो दूर की बात हम छोटे-छोटे कार्यो को नहीं करा पा रहे हैं। अभी तक एक भी सभा का आयोजन किया गया। अपने वार्ड में सफाई समस्या को लेकर जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी को जल्द ही अवगत कराया जाएगा|

क्या है पंचायत समिति
पंचायत समिति पंचायती राज व्यवस्था की मध्यस्थ इकाई है। यह ग्राम पंचायत और जिला परिषद के बीच तालमेल बनाए रखने का काम करती है। पंचायत समिति किसी भी योजना को ग्राम पंचायत से जिला परिषद तक आसानी से पहुंचाने और लागू करवाने में सहायक कड़ी हैष जिले के हर ब्लॉक (विकास खंड) स्तर पर पंचायत समिति बनाई जाती है। इसका नगरपालिका में मिलाए गए क्षेत्रों को छोड़कर पूरे ब्लॉक पर नियंत्रण होता है।

-अवनीश कुमार मिश्रा

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